BOKARO: बोकारो जिले के ललपनिया थानाक्षेत्र अंतर्गत केरी ग्राम में बीते देर रात नक्सलियों ने तांडव किया। नक्सलियों ने पेयजलापूर्ति योजना कार्य में लगे वाहनों को आग के हवाले कर दिया। नक्सलियों के द्वारा एक जेसीबी मशीन, एक जेनरेटर मशीन में आग लगाकर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।वहीं खड़े चार ट्रैक्टरों को भी जलाने का प्रयास किया गया। घटना की सूचना के बाद फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। घटना की पुष्टि बोकारो के एसपी चंदन झा ने की है। हालांकि उन्होंने कहा कि घटना में नक्सलियों का हाथ है कि उपद्रवियों का,यह जांच का विषय है।
पेयजलापूर्ति योजना में लगी हैं मशीनें
घटना के बारे में बताया जाता है कि ललपनिया थाना क्षेत्र के केरी ग्राम निवासी रामलोचन साव उर्फ लीला साव का चार ट्रैक्टर, एक जेसीबी मशीन और एक जेनरेटर गांव में हो रहे पेयजलापूर्ति योजना के तहत पाइपलाइन कार्य में लगा हुआ था। कार्य के पश्चात चालक के द्वारा सभी वाहनों को रामलोचन साव के घर के समीप खड़ा कर दिया गया। तभी बीते देर रात नक्सली, रामलोचन साव को खोजते हुए वहां आये एवं वहां खड़े सभी वाहनों को आग के हवाले कर दिया। लोगों की मानें तो नक्सली करीब सात की संख्या में थे और हथियारों से लैस थे। आगजनी करने के पश्चात नक्सलियों ने कहा कि पाइपलाइन में जो काम करेगा,उसका अंजाम यही होगा। इसके बाद वहां से चले गए। बताया जाता है कि नक्सली लगभग डेढ़ से दो घण्टे तक घटना स्थल पर रहे।
घर पर नहीं था मालिक
इस संबंध में रामलोचन साव ने बताया कि मैं घर पर नही था। रात के करीब 10:30 बजे जब मैं वापस अपने घर आया तो देखा कि हथियार से लैस एक वर्दीधारी बगल में हो रहे सड़क निर्माण कार्य के मुंशी लाला यादव को बंधक बनाकर पूछताछ कर रहा था। ज्यों ही उसकी नजर मुझपर पड़ी तो उसने मेरा नाम लेते हुए कहा कि देखो लीला साव आ गया। यह सुनकर मैं वहां से भाग निकला और किसी तरह अपनी जान बचाई।