पटना: केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए 2025 के पद्म सम्मान के नामों की लिस्ट में बिहार के सात लोगों के नाम शामिल है। बता दें बिहार कोकिला माने जाने वाली लोक गायिका शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है। वही सुशील कुमार मोदी को समाज सेवा के लिए मरणोपरांत पद्म विभूषण सम्मान दिया गया है। वही पूर्व आईपीएस अधिकारी और महावीर मंदिर ट्रस्ट के पूर्व सचिव आचार्य किशोर कुणाल को मरणोपरांत पद्मश्री सम्मान दिया गया है। इसके साथ ही इन दोनों के अलावा बिहार के 5 लोगों को पद्म श्री सम्मान दिया गया। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान-पद्म पुरस्कार 2025 के लिए नामों की घोषणा कर दी। शारदा सिन्हा, ओसामु सुजुकी समेत 7 हस्तियों को पद्म विभूषण सम्मान दिया गया है। सुशील मोदी, पंकज उधास समेत 19 हस्तियों को पद्म भूषण सम्मान दिया गया है। इनके अलावा 113 हस्तियों को इस बार पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा। इनके नामों की घोषणा भी की गयी है। मालूम हो कि केंद्र सरकार ने इस साल आरा के रहने वाले भीम सिंह भावेश को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित करने का फैसला लिया है।
2025 के पद्म सम्मान: बिहार के 7 विभूतियों को मिला सम्मान
केंद्र सरकार ने 2025 के पद्म सम्मान की घोषणा कर दी है। इस प्रतिष्ठित सम्मान सूची में बिहार के सात लोगों को शामिल किया गया है, जिनकी उपलब्धियों ने प्रदेश को गौरवान्वित किया है।
लोकप्रिय लोक गायिका शारदा सिन्हा को उनकी अद्वितीय गायन शैली और लोक संगीत के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है। बिहार की लोक संस्कृति को देश-विदेश तक पहुंचाने में उनके योगदान को अमूल्य माना गया है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को भी मरणोपरांत पद्म विभूषण से नवाजा गया है। उन्हें समाज सेवा के क्षेत्र में उनकी उल्लेखनीय भूमिका और जनहितकारी प्रयासों के लिए यह सम्मान दिया गया है।
पूर्व आईपीएस अधिकारी और महावीर मंदिर ट्रस्ट के पूर्व सचिव आचार्य किशोर कुणाल को पद्म श्री सम्मान से मरणोपरांत सम्मानित किया गया है। धार्मिक और सामाजिक कार्यों में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
इनके अलावा, बिहार के पांच और लोगों को पद्म श्री सम्मान दिया गया है, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा और समर्पण से प्रदेश का नाम रोशन किया है।
बिहार के इन सम्मानित व्यक्तित्वों को देश का गौरव बढ़ाने के लिए इस सम्मान के साथ याद किया जाएगा। उनकी उपलब्धियां प्रेरणा का स्रोत बनी रहेंगी।