रांची: पंडरा का चर्चित ओटीसी मैदान में 13 लाख लूट मामले का पुलिस ने ख़ुलासा कर दिया है। पुलिस के मुताबिक आईटीसी आटा गोदाम के पूर्व कर्मी चन्द्रशेखर सिन्हा ने इस लूटकांड की पूरी साजिश रची थी। एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के निर्देश पर कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय के नेतृत्व में गठित एसआईटी की टीम ने चार महिला समेत आठ अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। जिनमें राजेश श्रीवास्तव, चंद्रशेखर सिन्हा, संतोष कुमार सिंह, कारू सिंह, प्रकाश साव, नीलम देवी, साधना सिंह, पूनम सिंह शामिल है। वहीं घटना में शामिल दो अन्य अपराधियों की तलाश में पुलिस संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। एसएसपी ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया है। इस दौरान सिटी एसपी राजकुमार मेहता, कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोए उपस्थित थे। पकड़े गये सभी अभियुक्तों ने बताया कि इस घटना का मुख्य सरगना चन्द्रशेखर प्रसाद है।
उसी ने यह योजना बनाई थी, क्योकि चन्द्रशेखर पूर्व में आर्शीवाद आटा दुकान में ही काम करता था। उसे पता था कि दो से तीन दिन के बाद बैंक में पैसा जमा होता है और सोमवार को ज्यादा पैसा जमा होता है। इसलिए उसने सोमवार को पैसा लूटने की योजना बनायी और रेकी की। इससे पहले बीते 23 दिसंबर को भी लूटने की योजना बनाई थी और सभी लोग आर्शीवाद आटा गोदाम के पास आ गये थे। लेकिन उस दिन ये लोग लूट को अंजाम नहीं दे सके। इसके बाद फिर से 30 दिसंबर को सभी योजना अनुसार, आर्शीवाद आटा के मैनेजर जब गोदाम से 12:30 बजे करीब पैसा जमा करने के लिए आईसीआईसी बैंक ओटीसी ग्राउंड के पास पहुंचे तो पीछे से चन्द्रशेखर प्रसाद सिन्हा और राजेश श्रीवास्तव ने मैनेजर से मारपीट की और पैसा लूटने लगे। तभी लूटपाट को देखकर स्टार होटल के मैनेजर सुमित कुमार अपराधियों को पकड़ने लगे। इसपर चन्द्रशेखर प्रसाद सिन्हा ने उसपर फायरिंग की। इसके बाद सभी अपराधी ओटीसी ग्राउंड के दाहिने मेयफेयर गली होते हुए फरार हो गए।