पलामू: पलामू प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि वोट बहिष्कार करना या वोट बहिष्कार के लिए लोगों को उकसाना या उन्हे भ्रमित कर लोकतंत्र के विरूद्ध जाकर वोट देने से रोकने वाले पर पुलिस प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा। बता दें सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पलामू जिला प्रशासन झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान पलामू पर विशेष नजर बना के रखेगा। इसे लेकर पलामू जिला प्रशासन को चुनाव आयोग से विशेष निर्देश प्राप्त हुए है। इसके तहत उन सभी व्यक्तियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी जो चुनाव प्रक्रिया में बाधा डालने का प्रयास करेंगे। इसे लेकर प्रशासन का स्पष्ट कहना है कि मतदान लोकतांत्रिक प्रक्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इस प्रक्रिया में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न करना गंभीर अपराध माना जाएगा। उन लोगों के खिलाफ विशेष कानूनी धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी जो जनता को वोट डालने से हतोत्साहित करते हैं या फिर विभिन्न प्रकार से दबाव बनाकर मतदान में रुकावट पैदा करते हैं।
लोकसभा चुनाव में भी हुआ था वोट बहिष्कार
बता दें लोकसभा चुनाव के दौरान पलामू के कई इलाके से ग्रामीणों को वोट देने से रोका गया था। बताया गया कि कुछ शातिर दिमाग वाले व्यक्तियों के समूह ने गांव में वोट बहिष्कार की बातें फैला कर लोगों को भ्रमित कर दिया और लोग मतदान केंद्र तक आए ही नहीं। इस कारण चुनाव आयोग ने जिला प्रशासन को आवश्यक दिशा निर्देश देकर कहा कि इस कार्य में सम्मिलित व्यक्तियों या समूहों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जाए। इधर पलामू जिला प्रशासन का कहना है कि चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए यह कदम उठाना अनिवार्य हो गया है। इसके साथ ही प्रशासन ने स्थानीय पुलिस को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं ताकि मतदान वाले दिन किसी भी प्रकार की हिंसा या अवरोध को रोका जा सके। वहीं प्रशासन की ओर से सभी गांवों और शहरों में यह सूचना दी जा रही है कि वोट बहिष्कार के किसी भी प्रयास को गंभीरता से लिया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
होगी कड़ी कानूनी कार्रवाई
मालूम हो कि पलामू के कुछ इलाकों से वोट बहिष्कार से संबंधित खबरें सामने आई हैं। जिसके बाद पलामू जिला प्रशासन ने पूरे मामले में संज्ञान भी लिया है। इस पूरे मामले में पलामू जिला प्रशासन ने ने चुनाव आयोग से भी संपर्क किया। इसके बाद चुनाव आयोग ने वोट बहिष्कार को बढ़ावा देने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कर्रवाई और एफआईआर करने का निर्देश दिया है। वोट बहिष्कार को लेकर पलामू डीसी शशिरंजन ने बताया कि कुछ लोग जान-बूझकर इसे बढ़ावा दे रहे हैं। इस मामले में आयोग से संपर्क किया गया था। आयोग की तरफ से साफ निर्देश दिया गया है कि जो भी लोग इस तरह का कार्य कर रहे हैं। उनके खिलाफ चुनाव उल्लंघन की कार्रवाई की जाए एवं एफआईआर दर्ज की जाए। डीसी ने बताया वोट बहिष्कार के लिए लोगों को उकसाना एवं ऐसा कोई भी कार्य जो चुनावी कार्य को इंटरफेयर करता है। इस मामले को लेकर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बताते चलें कि पलामू नक्सल प्रभावित क्षेत्र रहा है। यहां पर इतिहास में भी नक्सल मासनसिकता के लोग वोट बहिष्कार कर भारत के लोकतंत्र के खिलाफ कैंपेन चलाते आएं है। वहीं अब पलामू नक्सल से मुक्त है लेकिन कुछ समाज विरोधी तत्व अब भी नक्सल वाद का पीछा कर ग्रमीणो को भारत के लोकतंत्र से अलग करना चाहते हैं। वहीं इस बात को गंभीरता से लेते हुए चुनाव आयोग ने भी जिला प्रशासन को ऐसे लोगों पर नजर रखने का निर्देश दिया है। साथ ही जिला प्रशासन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वोट बहिष्कार की गतिविधी में संलिप्तता पाए जाने पर आरोपी के उपर आपराधिक कार्रवाई की जाएगी।