PM Modi in Jharkhand : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड के दौरे पर आ रहे हैं। यह चुनावी दौरा है और इसमें सोमवार, 4 नवंबर को पीएम मोदी दो रैलियां करेंगे। गढ़वा और चाईबासा में होने वाली पीएम मोदी की यह रैली भाजपा के लिए अत्यंत अहम है। झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले फेज में 43 सीटों पर चुनाव होना है। पीएम मोदी की ये दो रैलियां भाजपा के लिए इसलिए अहम है क्योंकि इसमें पीएम मोदी 23 सीटों पर भाजपा को बढ़त दिलाने की कोशिश करेंगे। 2019 में इन 23 सीटों पर खराब प्रदर्शन के कारण भाजपा सत्ता से बाहर रह गई थी। क्योंकि इन 23 में से 06 सीटें ही भाजपा जीत सकी थी।
पीएम मोदी सोमवार को गढ़वा और चाईबासा में रैली करने आ रहे हैं। इसमें गढ़वा जिला पलामू प्रमंडल का हिस्सा है। जहां कुल 9 विधानसभा सीटें हैं। जबकि चाईबासा कोल्हान प्रमंडल के हिस्से में है, जहां विधानसभा की कुल 14 सीटें हैं। 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा को पलामू प्रमंडल की 9 में से 5 सीटें मिली थी। जबकि कोल्हान में 14 में से कोई सीट भाजपा के हिस्से नहीं आई। प्रधानमंत्री की पहली रैली गढ़वा शहर से सटे चेतना गांव स्थित श्रीकृष्ण गौशाला मैदान में होनी है। जबकि दोपहर 3 बजे PM चाईबासा के टाटा कॉलेज मैदान में रैली को संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को झारखंड विधानसभा के पहले फेज में होने वाली 43 सीटों पर चुनाव के लिए गढ़वा और चाईबासा में दो रैलियां करेंगे। इन दो रैलियों के जरिए प्रधानमंत्री कुल 23 सीटों को साधने की कोशिश करेंगे। 2019 में भाजपा इन 23 में से सिर्फ 6 सीटें ही जीत पाई थी।
कोल्हान भाजपा के लिए बड़ी चुनौती है। चंपाई सोरेन को भाजपा में शामिल कर पार्टी ने अपने तेवर तो दिखाए हैं। अब पीएम मोदी की सभा कोल्हान में हो रही है, जो भाजपा की उम्मीदों को और बढ़ा सकती है। चूंकि पिछले चुनाव में कोल्हान की 14 में से कोई सीट नहीं जीतना भाजपा के लिए बड़ा झटका था, इसलिए भाजपा इस बार कोल्हान में ही पूरा दमखम लगा रही है। चंपाई सोरेन के झामुमो छोड़ने से भाजपा को मजबूती मिलने के आसार तो हैं लेकिन अंतिम निर्णय तो जनता के ही हाथ में होगा।
झारखंड पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘झारखंड की जनता-जनार्दन ने विधानसभा चुनाव में भाजपा की विजय का शंखनाद कर दिया है। लोकतंत्र के उत्सव में जोश और उत्साह से भरे इसी माहौल के बीच आज सुबह करीब 11:30 बजे गढ़वा में और दोपहर बाद लगभग 3 बजे चाईबासा में अपने प्रियजनों से संवाद का सौभाग्य मिलेगा।’