रांची: झारखंड पुलिस को नक्सली मामले में बड़ी सफलता मिली है। सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस के द्वारा पकड़े गए नक्सलियों की निशानदेही पर पुलिस ने पलामू के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र में मिनी गन फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। बता दें यह फैक्ट्री मुनारिक विश्वकर्मा चलाता था और नक्सलियों के लिए हथियार बनाता था। इस छापेमारी में पुलिस ने मिनी गन फैक्ट्री से एक देसी कट्टा, 1 लोहे का लेथ मशीन, 8 लोहे का रेती, 3 लोहे का हथौड़ा, .315 बोर की एक गोली, 2 भरठुआ बन्दुक अर्द्धनिर्मित, 6 लोहे का छेनी, 3 लोहे का सडसी, 1 लोहे का आरी ब्लेड लगा हुआ, 1 लकडी का कुंदा, 6 लोहे का बना घोड, 2 लोहे का अर्द्धनिर्मित बैरल छोटा, 29 हथियार बनाने का लोहे का सामान, 2 गोली का खोखा, 3 पेन्सिल बैट्री, 1 प्लास्टिक टार्च, 14 हथियार बनाने में उपयोग होने वाले लोहे का पार्ट, 1 लोहे का भटठी, 1 लोहे का सबल, 1 पेचकस, 18 लोहा का छर्रा सहित अन्य समान पुलिस ने बरामद किया है। इस मामले को लेकर बुधवार को पलामू एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की ।
इस कांफ्रेंस में एसपी ने बताया कि क्षेत्र में नक्सली संगठनों के विरुद्ध पुलिस द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है। बीते मंगलवार को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि प्रतिबंधित माओवादी संगठन के नितेश यादव के दस्ता के सक्रिय सदस्य प्रसिद्ध परैहया अपने सहयोगी दौलत यादव के साथ केमो प्रतापपुर में मुनारिक विश्वकर्मा के साथ लक्ष्मण परहैया के पाही में देखा गया है।इसेके साथ ही यदि अविलम्ब घेराबंदी कर इस स्थान की छापेमारी की जाए तो नक्सलियों कि गिरफ्तारी हो सकती है। इस सूचनाके आधार पर हुसैनाबाद एसडीपीओ के नेतृत्व में हुसैनाबाद थाना प्रभारी संजय कुमार यादव व हैदरनगर थाना प्रभारी अफजल अंसारी तथा सशस्त्र बल को सम्मिलित कर एक छापामारी दल का गठन किया गया। इस छापेमारी दल को दो भागों में विभक्त कर ग्राम-केमो प्रतापपुर स्थित लक्ष्मण परहैया के पाही की घेराबंदी कर छापेमारी की जाने लगी। इस दौरान पुलिस को देखकर पाही से तीन व्यक्ति भागने लगे जिसमें से प्रसिद्ध परहैया ओर दौलत यादव को पकड़ लिया गया। वहीं दौलत यादव के कमर में खोंसा गया एक लोडेड देसी कट्टा के साथ माओवादी संगठन के लिए हथियार बनाने वाले मुनारिक विश्वकर्मा की मिनी गन फैक्ट्री का पर्दाफाश हुआ है। इस केस को लेकर हुसैनाबाद थाना में (कांड सं0-181/2024) मामला दर्ज का लिया गया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार दोनों नक्सली नितेश यादव दस्ता के सक्रिय सदस्य है। वहीं प्रसिद्ध परहैया का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। उसने वर्तमान में अपने द्वारा छोट-मोटे नक्सल घटनाओं के अलावे जून माह मे सडेया डंडिला सडक निर्माण कार्य में लगे जेसीबी और ट्रैक्टर को संगठन के नितेश यादव, सीताराम रजवार उर्फ रमन रजवार, संजय यादव उर्फ गोदराम, राजेन्द्र सिंह, विवेक यादव उर्फ सुनील यादव एवं अन्य के साथ मिल कर आग लगा देने की बात को स्वीकार किया गया है।