रांची: झारखंड का सत्ता संघर्ष अपने उच्चतम अवस्था में जा पहुंचा है। आरोप प्रत्यारोप का आलम यह है कि दोनों ही प्रमुख दल एक दूसरे के खिलाफ चुनाव आयोग की शरण में जा पहुंचे हैं। बता दें बीते कल बुधवार को झारखंड विधानसभा चुनाव का दूसरा और अंतिम चरण का मतदान सम्पन्न हुआ। और इस दौरान दोनों ही दलों के मुखिया पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लग गया। दरअसल, बरहेट में सीएम हेमंत सोरेन प्रत्याशी हैं। वहीं घनवार से बाबूलाल मरांडी प्रत्याशी है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि सीएम के चुनाव क्षेत्र बरहेट में उनके पूर्व विधायक प्रतिनिधी पंकज मिश्रा ने चुनाव को प्रभावित किया है। इस मामले को लेकर भाजपा का आरोप है कि हेमंत सोरेन के इशारे पर बरहेट में धन बल और धमकी भय का प्रयोग कर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की गयी है। बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को चुनाव आयोग पहुंच कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की। इधर हेमंत पर साइलेंट पीरियड में बाबूलाल मरांडी के पुराने वीडियो पोस्ट करने का आरोप लगाया है। बीजेपी नेता सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि दूसरे चरण के चुनाव के दौरान दिन के लगभग 11 बजे मुख्यमंत्री ने बाबूलाल का पुराना वीडियो अपने एक्स हैंडल से पोस्ट किया। जबकि, साइलेंट पीरियड चल रहा था, भाजपा ने मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, बोकारो के डीएसपी आलोक रंजन के खिलाफ भी शिकायत की। दूसरी ओर बाबूलाल मरांडी पर आचार संहिता के उल्लंघन मामले में झामुमो ने गिरिडीह डीसी को पत्र लिखकर धनवार से बीजेपी प्रत्याशी बाबूलाल मरांडी पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है। झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि प्रत्याशी द्वारा मतदान के दौरान अपनी तस्वीर खिंचवा कर सार्वजनिक की गयी, जो आदर्श चुनाव आचार संहिता के विरुद्ध है।