SURYKANT KAMAL
CHATRA : प्रदेश में तेजी से बढ़ते अपराध व नक्सल की घटनाओं पर सीएम हेमंत सोरेन की सख्ती का जिलों में खासा असर दिखने लगा है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद चतरा जिला प्रशासन कार्रवाई में जुट गया है। घटनाओं पर नकेल कसने को लेकर जेल में बंद कुख्यात व दुर्दांत अपराधियों के काले साम्राज्य का संचालन व विकास योजनाओं को धमकी देकर प्रभावित करने की सूचना पर कार्रवाई हुई। चतरा जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उपायुक्त अबू इमरान और एसपी राकेश रंजन के संयुक्त निर्देश पर आधी रात को मंडल कारा में छापा मारा। इस दौरान एसडीओ मुमताज अंसारी व एसडीपीओ अविनाश कुमार के साथ तीन घंटे तक आधा दर्जन से अधिक दंडाधिकारी व पौने दो सौ जवानों ने जेल के सभी बैरकों को बारीकी से खंगाला।
आधी रात को कार्रवाई
आधी रात हुए जिला प्रशासन के इस कार्रवाई से मंडल कारा प्रबंधन व बंदियों में हड़कंप मच गया। हालांकि छापामारी अभियान के दौरान कुछ बुजुर्ग कैदियों के पास खैनी, गुटखा व तंबाकू समेत दैनिक उपयोग के अन्य सामान जरूर पकड़े गए हैं। जिसे अभियान में शामिल सुरक्षाबलों और दंडाधिकारियों ने मौके पर जप्त कर लिया। वहीं बैरकों में बंद कुख्यात व दुर्दांत पेशेवर बंदियों के पास से जिले में शांति और सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देने वाला आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ। छापेमारी अभियान का नेतृत्व कर रहे एसडीओ ने बताया कि चतरा जिला प्रशासन पुलिस के साथ मिलकर अपराध का ग्राफ घटाने की दिशा में लगातार कार्य कर रहा है।
अपराधियों की गतिविधि पर नजर
मुख्यधारा से भटके लोगों को सरकार की विकास योजनाओं से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाते हुए मुख्यधारा में शामिल कराने का प्रयास निरंतर जारी है। इस दिशा में पुलिस और प्रशासन को लगातार सफलताएं भी मिल रही है। वहीं एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन के नेतृत्व में ऑर्गेनाइज्ड और इकोनामिक समेत अन्य क्राइम कंट्रोल को लेकर चतरा पुलिस पूरी तरह कृत संकल्पित है। जेल में बंद कुख्यात और दुर्दांत नक्सलियों व अपराधियों के अलावे बेल पर जेल से बाहर निकले सभी छोटे-बड़े नक्सलियों और अपराधियों के हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावे चतरा शहर के साथ-साथ सभी प्रखंड मुख्यालयों के प्रमुख चौक-चौराहों की नियमित पेट्रोलिंग कर सीसीटीवी से भी निगरानी रखी जा रही है। ताकि किसी भी परिस्थिति में संगठित और आर्थिक अपराध समेत सभी तरह के क्राइम कंट्रोल की दिशा में सार्थक कार्रवाई संभव हो। उन्होंने बताया कि विभिन्न थानों में हाजिरी पंजी बनाकर जेल से बेल पर निकले छोटे बड़े अपराधियों और नक्सलियों की नियमित हाजिरी भी ली जा रही है। साथ ही साथ गुंडा पंजियों में दर्ज नामो से संबंधित लोगों को भी नियमित थाना परेड कराया जा रहा है।
किसी को नहीं थी सूचना
चतरा मंडल कारा में पुलिस और प्रशासन की संयुक्त छापेमारी की पूर्व सूचना किसी भी अधिकारी और जवान को नहीं दी गई थी। डीसी अबू इमरान और एसपी राकेश रंजन ने संयुक्त रूप से इसका रोड मैप देर शाम ही जरूर तैयार कर लिया। जिसके बाद रात करीब 8 बजे अचानक टीम में शामिल अधिकारियों को मंडल कारा में छापा मारने का फरमान जारी किया गया। जिसके बाद सैकड़ों की संख्या में मंडल कारा पहुंचे दंडाधिकारियों और जवानों ने घंटों मंडल कारा के बैरकों को खंगालने में पसीना बहाया। अभियान में एसडीओ मुमताज अंसारी, एसडीपीओ अविनाश कुमार के अलावे कार्यपालक दंडाधिकारी विपिन दुबे, रामनारायण खलखो, चतरा बीडीओ गणेश रजक, सीओ भागीरथ महतो, सदर थाना प्रभारी पुलिस निरीक्षक मनोहर करमाली, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी व कान्हाचट्टी बीडीओ समेत अन्य अधिकारियों और पुलिस लाइन के जवानों को शामिल किया गया था।