रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर आरजेडी की नाराजगी पर झारखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा, हम सब एकजुट हैं। जब भी गठबंधन में सीट बंटवारे पर बातचीत होती है किसी को त्याग करना पड़ता है। उन्होंने आगे कहा, भाजपा परिवार के सदस्यों को टिकट देकर वंशवाद की राजनीति को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने दूसरे दलों से बीजेपी में शामिल हुए नेताओं को टिकट दिए हैं। झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी गठबंधन के उम्मीदवारों की पहली सूची जल्द ही जारी की जाएगी। वहीं झारखंड विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर आरजेडी की नाराजगी पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का कहना है, “जब घटक दलों को एकजुट होकर चुनाव लड़ना होता है तो आपसी चर्चा चलती रहती है. जब तक चुनाव के लिए नामांकन दाखिल नहीं हो जाता, तब तक सीट बंटवारे को लेकर आपसी चर्चा चलती रहती है। यह रीति है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि कांग्रेस-आरजेडी-जेएमएम मिलकर लड़ेंगे। बता दें कि बीते दिन सीट शेयरिंग पर राजद और ईंडी गठबंधन के बीज तनाव साफ साफ देखा गया। सीट बंटवारे को लेकर की गई प्रेस कांफ्रेंस में भी राजद की उपस्थिति नहीं देखी गयी वहीं राजद के मनोज झा ने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन की ओर से तेजस्वी यादव की उपेक्षा की गयी सीट शेयरिंग की घोषणा के वक्त कांगेस और जेएमएम ने मिलकर राजद को किनारे कर दिया। तेजस्वी रांची में ही मौजूद थे लेकिन उनको किसी ने शामिल नहीं किया। बताते चलें कि ईंडिया अलायंस में 70 सीटें जेएमएम और कांग्रेस के पास है वहीं 11 सीटों में राजद को सात ओर लेफ्ट को चार देने की बात कही गयी है। वहीं तेजस्वी ने अंतिम नौ सीटों की मांग की थी जिसर भी कल शाम तक बात नहीं बन सकी थी।