झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा आठ समन जारी किए जा चुके हैं। इसी कड़ी में आगामी 20 जनवरी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा पूछताछ की जानी है। इसे लेकर पूरे राज्य के आदिवासी संगठनों में नाराजगी देखी जा रही है और इसी के तहत राजधानी रांची के मोराबादी मैदान से राजभवन के समीप तक विभिन्न आदिवासी संगठनों के संयुक्त तत्वाधान में विरोध प्रदर्शन जुलूस निकाला। इस जुलूस में सैकड़ो की संख्या में आदिवासी महिला और पुरुष शामिल रहे। जुलूस में प्रवर्तन निदेशालय के कार्रवाई के खिलाफ के स्लोगन के तख्ती सहित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के फोटो एवं आदिवासी झंडा और तीर धनुष पारंपरिक हथियार हाथों में लिए नजर आए। जुलूस में शामिल आदिवासी समुदाय के लोग ढोल नगाड़ों के साथ भी प्रदर्शन में शामिल रहे। इस विरोध प्रदर्शन के माध्यम से आदिवासी समुदाय में प्रवर्तन निदेशालय के कार्रवाई के खिलाफ आक्रोश साफ झलकता दिखा।
प्रदर्शन कर रहे आदिवासी नेता का कहना है कि विभिन्न जिलों से आए हम आदिवासी समुदाय के लोग इस बात को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं कि केंद्र शासित राजनीतिक पार्टी का जिन राज्यों में शासन है वहां पर प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा करवाई होती नहीं दिखती। पर जहां पर भी किसी अन्य पार्टी की या समर्थित सरकार है वहां पर प्रवर्तन निदेशालय कार्रवाई करता दिखता है। इस प्रकार का इस प्रकार का एक पक्षीय कार्रवाई नहीं होनी चाहिए और झारखंड के मुख्यमंत्री के छवि को धूमिल करने का एक प्रकार से प्रयास किया जा रहा है जो हम आदिवासी समुदाय के लोग कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।