देश भर में जहां पासपोर्ट के पुलिस वेरिफिकेशन का औसत 10-15 दिनों का है, पर राजधानी रांची में इसका औसत 26 दिनों का समय लगता है। जबकि पासपोर्ट के पुलिस वेरिफिकेशन के लिए 21 दिनों का समय दिया गया है। हालांकि इस समय को अब और भी कम किया जा रहा है और 15 दिनों के भीतर ही पुलिस वेरिफिकेशन का समय दिया गया है, ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। इसे लेकर रविवार को पासपोर्ट में पुलिस वेरिफिकेशन के लिए एक कार्यशाला का आयोजन रांची पुलिस लाइन में किया गया।
प्रतिदिन पुलिस वेरिफिकेशन के लिए औसत 400 पासपोर्ट
पासपोर्ट वह सरकारी दस्तावेज जिससे विदेश जाने के लिए जरुरत पड़ता है। वर्तमान समय में काफी संख्या में लोग दूसरे देश जा रहे है। चाहे वो काम के सिलसिले में हो या फिर शिक्षा को लेकर जिस कारण काफी संख्या में पासपोर्ट बनाने को लेकर लोग आवेदन देते है। सारी चीजे ऑनलाइन होने के कारण जहां अब आवेदक को कहीं जाने की जरूरत नही होती। लेकिन पुलिस वेरिफिकेशन एक ऐसा प्रोसेस है जो मैन्युअल होता है। और इसे देखते हुए इसमें 21 दिनो का समय दिया गया है। लेकिन इससे भी ज्यादा वक्त पासपोर्ट वेरिफिकेशन में लग रहा है, जो चिंता का विषय है। इस कार्य को कैसे आसान बनया जाए इसे लेकर वर्कशॉप का आयोजन किया गया। मामले की जानकारी देते हुए पासपोर्ट ऑफिस के अधिकारी ने बताया है कि राजधानी रांची में प्रतिदिन औसत 350 से 400 पासपोर्ट पुलिस वेरिफिकेशन के लिए आता है। जो वर्तमान समय में उतना ज्यादा नहीं बावजूद समय का ज्यादा लगना थोड़ा चिंता का विषय है।
क्रिमिनल केसेज का पूरी तरह ऑनलाइन न होना
वहीं पासपोर्ट में तय समय सीमा से भी ज्यादा समय लगना एक चिंता का सबब है और उसे वरीय पुलिस अधिकारी भी मानते है, जिसे देखते हुए ही इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है। ताकि जो समस्याएं है, उसे दूर किया जा सके। बहरहाल पासपोर्ट का वेरिफिकेशन में आने की देरी की सबसे बड़ी वजह क्रिमिनल केसेज का पूरी तरह ऑनलाइन न होना भी है और कहीं न कही कंप्यूटर की कमी भी होना है। जिसे लेकर कार्य करने की जरूरत है और इसपर सरकार को ध्यान देने की जरुरत है।
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