राँची: भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रमाकांत महतो ने राज्य सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था और रिम्स को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। श्री महतो ने कहा कि राज्य सरकार रिम्स पार्ट 2 की नींव रखने की बात कर रही है, जबकि रिम्स की मौजूदा स्थिति दिन-प्रतिदिन और भी बदतर होती जा रही है उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को पहले रिम्स की वर्तमान व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना चाहिए, न कि नया प्रोजेक्ट सब्ज़बाग दिखाकर स्वास्थ्य क्षेत्र में कुव्यवस्था मुँह नहीं मोड़ना चाहिए। प्रदेश प्रवक्ता रमाकांत महतो ने कहा, “रिम्स की हालत दिन ब दिन बदतर होती जा रही है। दवाइयां नहीं मिल पातीं, बेड नहीं मिलते, और कई जगहों पर मशीनें खराब पड़ी हैं। झारखंड के दूर-दराज के इलाकों से आए मरीजों को इलाज के लिए यहां उम्मीद नहीं मिलती, बल्कि वे बाहर के पैथोलैब्स पर निर्भर रहते हैं।” इसके साथ ही उन्होंने रिम्स में हाल ही में हुई एक महिला के साथ दुष्कर्म की घटना पर भी चिंता जताते हुए कहा, “यह घटना यह साबित करती है कि रिम्स में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
श्री रमाकांत महतो ने यह भी आरोप लगाया कि रिम्स में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का वेतन भी समय पर नहीं मिल पाता, जिससे वहां काम करने वाले कर्मचारियों की स्थिति और भी खराब हो रही है। इसके अलावा, कई सरकारी मशीनें, जो मरीजों की जांच के लिए बेहद जरूरी हैं, कई महीनों से खराब पड़ी हैं। भाजपा प्रवक्ता ने यह भी कहा कि सत्ता में बैठे कुछ नेताओं ने निजी डाइग्नोस्टिक कंपनियां बना रखी हैं, और उनका उद्देश्य रिम्स में अपने उत्पादों की आपूर्ति करना है। “क्या यह भ्रष्टाचार का खेल नहीं है?” महतो ने सवाल उठाया। प्रदेश प्रवक्ता रमाकांत महतो ने कहा कि राज्य सरकार बुनियादी सुविधाएं एवं मैन पॉवर दुरुस्त करने के बजाय नया खेला करने में जुटी हुई है। पूर्व में स्वास्थ्य क्षेत्र में आधारभूत ढांचे से जुड़े कई अहम कार्य हुए हैं।उससे दुरुस्त रखने की आवश्यकता है।पंचायत एवं ब्लॉक स्तर में काफ़ी संख्या में मैन पॉवर की कमी है।उस पर सरकार ध्यान नहीं। केवल हवा- हवाई बातें ही हो रहीं हैं।आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में खाट से मरीजों को ढोकर अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।