हजारीबाग: बीते दिनों हजारीबाग जिले में पूर्व एसडीओ अशोक कुमार की पत्नी अनीता देवी की रहस्यमय परिस्थितियों में जलकर हुई मौत ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। इस प्रकार अनीता की अप्रत्याशित मौत के बाद उनके पैतृक गांव बेलगड़ा में मातम पसरा हुआ है। इस मामले में अशोक कुमार समेत उनके पिता और छोटे भाई नामजद आरोपी हैं, लेकिन घटना के बाद से वे सभी लापता बताए जा रहे हैं। बता दें इस प्रकार नामजद आरोपी बनाए जाने के बाद मृतका अनीता के अंतिम संस्कार में उनके पति अशोक कुमार, ससुर दुर्योधन साव और देवर शिवनंदन साव शामिल नहीं हुए। मुखाग्नि मृतका के दोनों बच्चों और भैंसुर राजेश साव ने दी। इसके बाद श्राद्धकर्म की सभी रस्में भी राजेश साव ही निभा रहे हैं। इस घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों और अनीता के मायके वालों के सहयोग से अंतिम संस्कार की सभी औपचारिकताएं पूरी की गईं। अनीता के पति और अन्य आरोपियों के फरार रहने के कारण श्राद्धकर्म की जिम्मेदारी भी उनके बड़े भाई राजेश साव ने संभाल ली है। अनीता देवी की संदिग्ध मौत और आरोपियों के फरार रहने से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जांच की धीमी प्रगति को लेकर प्रशासन पर दबाव बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों और मृतका के परिजनों ने जल्द न्याय की मांग की है। पुलिस ने अशोक कुमार, उनके पिता और छोटे भाई को इस मामले में नामजद अभियुक्त बनाया है। हालांकि, अब तक पुलिस इनका कोई सुराग नहीं जुटा पाई है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश और प्रशासन पर दबाव लगातार बढ़ रहा है। इस घटना ने न केवल इलाके में चर्चा का विषय बना दिया है, बल्कि पुलिस की साख पर भी सवालिया निशान लगा दिया है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में कितनी तेजी से कार्रवाई करता है और पीड़ित परिवार को न्याय दिला पाता है या नहीं।