रांची: नक्सल अभियान से जुड़े सात पुलिस अधिकारी और कर्मियों को इस साल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा। बता दें इनमें पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार पाण्डेय, अ०नि० विश्वजीत कुमार सिंह, आरक्षी गोपाल गंझू, स०अ०नि० सच्चिदानंद सिंह, हव० उमेश सिंह, आरक्षी सुभाष दास एवं आरक्षी रवीन्द्र टोप्पो शामिल हैं। बता दें 28 दिसंबर 2022 को नक्सली रविन्द्र गंझु के कारगो जंगल में भ्रमणशील होने की जानकारी प्राप्त होने के बाद सीआरपीएफ एवं लोहरदगा जिला पुलिस के तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक (अभियान) दीपक कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में एक टीम सर्च अभियान पर निकली। सर्च अभियान के दौरान सब जोनल कमाण्डर पांच लाख इनामी नक्सली गोविन्द बिजिया को गिरफ्तार किया गया तथा सब जोनल कमाण्डर 5 लाख इनामी नक्सली चन्द्रभान पाहन को घायलावस्था में गिरफ्तार किया गया।
इस अभियान दल में दीपक कुमार पाण्डेय, तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक, (अभियान) लोहरदगा वर्त्तमान पुलिस अधीक्षक गढ़वा, अ०नि० विश्वजीत कुमार सिंह एवं आरक्षी गोपाल गंझू की वीरता को सम्मानित करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने वीरता पुलिस पदक से सम्मनित किया है। वहीं वहीं 7 मार्च 2019 को टीएसपीसी नक्सली संगठन का सब जोनल कमांडर जगेश्वर गंझु उर्फ जग्गु के दस्ते के 12-15 हथियार बंद उग्रवादी चतरा एवं हजारीबाग जिला के केरेडारी, टंडवा एवं पिपरवार थाना क्षेत्र में भ्रमण की जानकारी प्राप्त होने के बाद पुलिस अधीक्षक, चतरा द्वारा एक अभियान टीम का गठन करते हुए सर्च अभियान चलाया गया। नक्सलियों से मुठभेड़ के बाद सर्च अभियान के दौरान तीन नक्सलियों का शव बरामद हुआ, जिसकी पहचान सब जोनल कमांडर जगेश्वर गंझु उर्फ जगु, प्रकाश महतो एवं चन्द्र गंझु के रूप में किया गया। इस अभियान में शामिल स०अ०नि० सच्चिदानंद सिंह, हव० उमेश सिंह, आरक्षी सुभाष दास एवं आरक्षी रवीन्द्र टोप्पो की वीरता को सम्मानित करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने वीरता पुलिस पदक से सम्मनित किया है।