सिमडेगा: देश में दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों की कोई भागीदारी नहीं है। देश के दलित, पिछड़े और आदिवासी वर्ग के लोग सक्षम हैं। आप में कोई कमी नहीं है। आप हर तरह का काम कर सकते हैं, लेकिन आपके रास्ते को रोका जाता है। मैंने संसद में जातिगत जनगणना की बात उठाई तो नरेंद्र मोदी चुप हो गए। मैं चाहता हूं कि देश के 90% लोगों को भागीदारी मिले, लेकिन BJP चाहती हैं कि देश को नरेंद्र मोदी, अमित शाह और अंबानी-अडानी जैसे चंद लोग चलाएं। BJP के लोग जहां भी जाते हैं, वो एक भाई को दूसरे भाई से, एक धर्म को दूसरे धर्म से, एक भाषा को दूसरी भाषा से लड़ाते हैं। मणिपुर इतने दिन से जल रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री आज तक वहां नहीं गए, क्योंकि वहां हिंसा इनकी ही विचारधारा के कारण फैली थी। इसलिए हमने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की, जिसमें नारा था- ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’ खोलेंगे। जिससे हिंदुस्तान के लोग प्यार से एक साथ रहें।
बता दें ये बाते झारखंड चुनाव के प्रचार में पहुंचे राहुल गांधी ने सिमडेगा की जनता को संबोधित काने के दौरान कहा। अपने संबोधन में राहुल ने कहा कि देश में करीब 50% OBC, 15% दलित, 8% आदिवासी और 15% अल्पसंख्यक वर्ग के लोग हैं। ये आबादी कुल 90% है। लेकिन आपको देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों के मैनेजमेंट में OBC, दलित और आदिवासी वर्ग का व्यक्ति नहीं मिलेगा। हिन्दुस्तान की सरकार को 90 अफसर चलाते हैं, देश के पूरे बजट का निर्णय यही अफसर लेते हैं। अगर इसमें से एक अफसर आदिवासी वर्ग का है, तो सरकार के 100 रुपए के खर्च में वो आदिवासी अफसर 10 पैसे का निर्णय लेता है। बता दें राहुल ने कहा कि आज देश में दो विचारधाराओं की लड़ाई चल रही है। एक तरफ- INDIA गठबंधन दूसरी तरफ- BJP और RSS जहां INDIA गठबंधन के लोग संविधान की रक्षा कर रहे हैं, वहीं BJP-RSS संविधान को खत्म करना चाहते हैं।
संविधान सिर्फ एक किताब नहीं है। इसमें बिरसा मुंडा जी, अंबेडकर जी, फुले जी और महात्मा गांधी जी की सोच है। ये संविधान देश के आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों, गरीबों की रक्षा करता है। इसलिए INDIA गठबंधन चाहती है कि देश को संविधान के माध्यम से चलाया जाए।हम आपको ‘आदिवासी’ कहते हैं, लेकिन BJP आपको ‘वनवासी’ कहती है। अंग्रेज भी आपको वनवासी कहते थे, तब बिरसा मुंडा जी आपके जल-जंगल-जमीन की रक्षा के लिए अंग्रेजों से लड़े। आज हम भी आपके हक के लिए लड़ रहे हैं। BJP आपका जल-जंगल-जमीन छीनना चाहती है, इसलिए वह आपको वनवासी कहती है। आदिवासी का मतलब होता है- देश का पहला मालिक। वहीं वनवासी का मतलब है कि देश में आपका कोई अधिकार नहीं है। लेकिन आप आदिवासी हैं और देश पर सबसे पहला अधिकार आपका है। बता दें 13 नवंबर को झारखंड में पहले चरण के अंतर्गत 48 सीटों पर मतदान होगा। वहीं दूसरे चरण के अंतर्गत 38 सीअ पर 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे।