झारखंड में राजनीतिक उठापटक के बीच हेमंत सोरेन की वापसी हो गई है। हेमंत सोरेन झारखंड के सीएम बन चुके हैं। गुरुवार को हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। अब 8 जुलाई को विधानसभा में हेमंत सोरेन का फ्लोर टेस्ट होगा। झारखंड हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद ही कयास लगाए जा रहे थे कि वे पुन: सीएम बन सकते हैं। इसके बाद 3 जुलाई को चंपाई सोरेन के इस्तीफा देने के बाद स्पष्ट हो गया कि हेमंत सोरेन सीएम बनेंगे। 4 जुलाई को हेमंत सीएम बन भी गए। लेकिन 8 जुलाई को उनकी सरकार का फ्लोर टेस्ट होगा। इसी राजनीतिक घटनाक्रम पर सीता सोरेन ने हेमंत सोरेन और झामुमो पर हमला किया है।
झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं सीएम हेमंत सोरेन की भाभी ने साफ कहा कि चंपाई सोरेन को हटाने की जरुरत नहीं थी। सीता सोरेन ने कहा कि “झामुमो का अपना संविधान है। जब भी वे चाहते हैं किसी को सत्ता से हटा देते हैं या किसी को सत्ता में बिठा देते हैं। चुनाव से पहले कुछ ही महीने बचे हैं। झामुमो को चाहिए था कि चंपई सोरेन को चुनाव तक पद पर बने रहने देते जो चार माह में होने ही वाला है।” साथ ही सीता सोरेन ने चंपाई सोरेन की बेचारगी पर भी सवाल उठाए।
सीता सोरेन ने कहा कि चंपाई सोरेन झामुमो के पुराने नेता हैं और कोल्हान टाइगर के रूप में जाने जाते हैं। लेकिन उन्हें हटा दिया गया। आश्चर्य है कि चंपाई सोरेन भी कुछ बोल नहीं रहे हैं।