जामताड़ा: गले में रूद्राक्ष की माला और आंखो में छलकते नीर, ये उस स्त्री की कहानी है जिन्होंने अपने उपर अभद्र टिप्पणी करने वाले नेता इरफान अंसारी को लेकर ईंडी गठबंधन और झारखंड की जनता से पूछा है कि क्या मेरे पति आज जीवित होते तो मुझे अपमानित करने की इनकी इतनी हिम्मत होती। बता दें सीता सोरेन ने अपने विधान सभा क्षेत्र का दौरा किया और पत्रकारों से बातचीत कर बताया कि कांग्रेस से विधायक इरफान अंसारी मेरे बारे में कई अनाप-शनाप और अमर्यादित टिप्पणी कर रहे हैं। सीता ने बताया कि कभी कह रहे हैं कि हम ओडिसा से आए हैं और झारखंड में क्या कर रहे हैं। उनको तो यह भी बताना चाहिए कि उनके केंद्र में नेतृत्व करने वाली कांग्रेस की आला कमान सोनिया गांधी कहां से आई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नॉमिनेशन के ठीक बाद इरफान अंसारी ने मेरे बारे में अभद्र टिप्पणी करके सारी हदों को पार कर दिया है। इरफान ने टिप्पणी कर हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचायी। इससे हमारे सभी आदिवासी महिला वर्गों में रोष है। वो महिलाओं को हमेशा अपमानित करते रहते हैं। यह सब मुझे जानकारी क्षेत्र भ्रमण के दौरान प्राप्त हुई है।
सीता ने आगे कहा कि इरफान अंसारी ने अमर्यादित भाषा से मेरा अपमान किया है। उनको नहीं पता कि मैं किसी घर से ताल्लुक रखती हूं, मैं किनकी पत्नी हूं मैं किनकी पुत्रवधू हूं। हमारे ससुर जी शिबू सोरेन ने जामताड़ा की धरती से ही आंदोलन की शुरुआत की थी। हमारे पति ने भी यहीं से आंदोलन शुरू किया था। उसके बाद झारखंड राज्य बिहार से अलग होकर नया राज्य बना। उनके इस बयान के बाद हम उन्हें माफ नहीं करने वाले हैं। हमारे समुदाय की महिलाएं इन्हें माफ नहीं करेंगी और उनको आदिवासी गांव की महिलाओं द्वारा गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि पिछले दिनों जिस तरह से अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करके उन्होंने मेरा अपमान किया है, उसके बाद से पूरे क्षेत्र में इरफान अंसारी का विरोध शुरू हो चुका है। उनके ऊपर मुकदमा भी दायर हो चुका है।
जिससे डरकर अब वो सफाई दे रहे हैँ कि मेरा वीडियो काट-छांट कर प्रस्तुत किया जा रहा है। सीता ने कहा कि डरकर इरफान अंसारी ने भी मेरे ऊपर झूठा मुकदमा दायर कर दिया है। इरफान अंसारी जैसी मानसिकता रखने वाले लोग जो इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं, उन्हें इंडिया गठबंधन के द्वारा मंत्री भी बनाया गया है। जिन्होंने इनको मंत्री बनाया है उनका भी यह दायित्व बनता है कि राज्य के मंत्री का क्या अनुशासन होना चाहिए, ये उनको बताएं। मैं इनको बताना चाहती हूं कि आने वाले 20 तारीख को पूरे जामताड़ा विधानसभा की जनता एकमत होकर बीजेपी को वोट देने का काम करेगी। आपको वापस मधुपुर भेजने पर मजबूर करेगी। बता दें सीता सोरेन के खिलाफ जामताड़ा में नामांकन के पश्चात इरफान अंसारी ने उन्हे लेकर विवादित टिपपणी की थी उन्हे रिजेक्टेड माल कहकर संबोधित किया था।