RANCHI : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने रविवार को ट्वीट के माध्यम से कहा कि झारखंड के नौकरशाहों पर राज्य की बेहतरी के लिए कानून सम्मत कार्यान्वयन की सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। आफ सभी ऐसे पिलर हैं जो ठीक से काम कर झारखंड को देश को उन्नत राज्यों की श्रेणी में शामिल करा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों यह देखा गया है कि लालचवश कुछ अधिकारी सत्ता के टूल की तरह इस्तेमाल होकर आज ऐसे मुसीबतों का सामना कर रहे हैं जो न सिर्फ उनके लिये, बल्कि उनके पूरे परिवार, इष्ट मित्रों के लिये परेशानी का कारण बना हुआ है। ऐसे लोग आसन्न संकटों से बचने के लिये दर-दर भटक कर अपने-अपने सम्पर्कों के जरिये जुगाड़ लगाते फिर रहे हैं लेकिन कानून के सामने उनकी एक नहीं चल रही। पिछले दिनों कुछ अधिकारियों ने सत्ता के लिये लठैती करते हुए सत्ता के गलत कार्यों का विरोध करने वालों को काबू करने की गरज से दर्जनों फर्जी मुकदमे करवाये लेकिन उनका परिणाम क्या हुआ।
अधिवक्ता राजीव कुमार पर भी एक के बाद एक कई एसटी एक्ट के मामले दर्ज कराये गये लेकिन ऐसे फर्जी मामले हाईकोर्ट से न सिर्फ खारिज कर दिये गये, बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर टिप्पणी भी की गई। हेमंत सरकार की हिटलरी कार्यशैली, तानाशाही एवं दमनात्मक कार्रवाई के तहत लोगों पर किये गये ऐसे अनगिनत मुकदमे आज भी न्यायालय में लंबित हैं। मैं झारखंड के वैसे अधिकारियों के से पुनः अनुरोध करता हूं कि वे पिछले अनुभवों से सबक लें। किसी के बहकावे में कानून से हटकर ऐसा गलत काम न करें जो उनके लिये आने वाले समय में परेशानी और मुसीबत का कारण बने।