रांची: विधानसभा के विशेष सत्र अंतिम दिन सदन में 11697.45 करोड़ का अनुपूरक बजट ध्वनिमत से पास हो गया। बताते चलें कि गुरुवार को पहली पाली में के तीसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा हुई। दूसरी पाली में अनुपूरक बजट पर चर्चा हुई। चर्चा के बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही अनिश्चिकाल के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं छठी झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र के आखिरी दिन पहले सत्र में सीएम हेमंत सोरेन ने राज्यपाल के अभिभाषण को राज्य के सर्वांगीण विकास का श्वेत पत्र बताया। अभिभाषण प्रस्ताव के समर्थन में कहा कि इसमें स्पष्ट है कि यह सरकार झारखंड के विकास के लिए क्या सोचती है। सभी को पता है कि झारखंड का महत्व क्या है। देश आजाद होने के बाद से यहां उद्योग धंधे लगने लगे। देश का पहला खाद कारखाना सिंदरी में लगा। टाटा बिरला ने भी पहले इधर ही प्लांट लगाया। बावजूद इसके यह समझ से परे है कि आखिर कौन-सा अभिशाप इस राज्य को लगा कि विस्थापन, बेरोजगारी की समस्या बनी रही। रोजगार के लिए अलग-अलग राज्यों में लोग जाते रहे। शिबू सोरेन, विनोद बिहारी समेत कई अन्य आंदोलनकारियों की बदौलत यह अलग राज्य बना। पर आदिवासियों के बारे में हंडिया दारू पीने की धारणा बनाई रखी गयी। यह सच है कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेई की पहल पर अलग राज्य झारखंड बना। पर गरीब, युवा, किसान को हक, अधिकार नहीं मिला। यह सब उनके दरवाजे तक पहुंचाना होता है। 2019 के पहले तक यह राज्य अस्थिर रहा। दलदल में धकेलने का प्रयास हुआ। लोग हाथों में राशन कार्ड लेकर भटकते थे।