रांची: सरयू राय ने अपने खिलाफ अरगोड़ा थाने में दर्ज प्राथमिकी को झूठ का पुलिंदा बताया है। उन्होने इसे लेकर बन्ना गुप्ता पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि यह प्राथमिकी खाद्य आपूर्ति मंत्री बन्ना गुप्ता की शह पर दायर की गई है. इस प्राथमिकी का उपयोग खाद्य आपूर्ति मंत्री बन्ना गुप्ता और कांग्रेस के पूर्व सांसद डॉ अजय कुमार प्रचार सामग्री के रूप में कर रहे हैं। जो बातें प्राथमिकी में कही गई हैं, वहीं बातें पूर्व मेरे कई बार, कम से कम पांच बार विभिन्न फोरमों पर कही जा चुकी है। वास्तव में यह विचलित मस्तिष्कों की फोरम हंटिंग है। वहीं आहार पत्रिका के प्रकाशक एवं मुद्रक के विषय में उन्होने कहा कि आहार पत्रिका के प्रकाशक एवं मुद्रक का चयन निविदा के आधार पर हुआ। इसी दर पर उसको भुगतान भी किया गया। मुद्रक को आहार पत्रिका निर्धारित संख्या में सभी जिला के जिला आपूर्ति पदाधिकारी के कार्यालय में जमा करना था, जिसे जिला आपूर्ति कार्यालय द्वारा राशन दुकानों तक पंहुचाना था।
खाद्य निदेशक ने सभी जिलों से विवरण मांगा और सभी जिलों ने कहा कि उन्हें निर्धारित संख्या में आहार पत्रिका की प्रतियां प्राप्त हई हैं। यह विवरण संचिका में उपलब्ध है, लेकिन खाद्य आपूर्ति मंत्री को इसमें घोटाला नजर आ रहा है। आगे सरयू राय ने चुनौती देते हुए कहा कि वे मंत्री है, उनके पास सारे तथ्य उपलब्ध है। वे मेरे द्वारा मुहैया कराये जा रहे तथ्यों का वस्तुपरक खंडन कर दें। मेरे ऊपर प्राथमिकी दर्ज कराकर श्री बन्ना गुप्ता इसे दुष्प्रचार का माध्यम बना रहे हैं। प्राथमिकी में दर्ज विवरण झूठ का पुलिन्दा है। तथ्यों को तोड़-मरोड़कर आधा-अधूरा प्रस्तुत किया गया है। सरयू राय ने कहा कि मेरी चुनौती है कि यदि मेरे ऊपर कोई आरोप सही है तो वे स्वयं सामने आकर संबंधित संचिका को सार्वजनिक करें। मेरे ऊपर वार करने के लिए किसी शिखंडी का इस्तेमाल नहीं करें। मैंने उनके ऊपर स्वास्थ्य विभाग में कई घोटालों का आरोप लगाया है। पर्याप्त सबूत देने के बावजूद मुख्यमंत्री इस पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की संचिका से सबूतों को निकालने के लिए मेरे ऊपर पहले ही प्राथमिकी दर्ज कराया है। वे इसका खंडन नहीं कर रहे हैं कि मैंने जो दस्तावेज स्वास्थ्य विभाग की संचिका से निकालकर सार्वजनिक किया है, वे गलत हैं। परन्तु उनको एतराज इस बात पर है कि मैंने उसे कैसे प्राप्त किया और उन्होंने इसके लिए मेरे ऊपर मुकदमा दायर कर दिया। यानी स्वास्थ्य विभाग में घोटाला करना जायज है और उस घोटाला का पर्दाफाश करना नाजायज है। इसी तरह दवा खरीद घोटाला में भी मैंने पर्याप्त सबूत दिया है, मगर राज्य के मुख्यमंत्री बन्ना गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। मैं श्री बन्ना गुप्ता को चुनौती देता हूं कि मैंने जो भी आरोप उन पर लगाये हैं, उन आरोपों को वे गलत साबित करें। आहार पत्रिका के संबंध में संबंधित संचिका में जो तथ्य है, वे निम्नवत हैं। बन्ना गुप्ता इन्हें गलत ठहराने की हिम्मत दिखायें।