गोपालगंज: बैकुंठपुर के सेंट्रल पब्लिक स्कूल दिघवा दुबौली में आयोजित जन सुराज विचार मंच की बैठक में समाजसेवी हैदर अली ने सम्बोधित करते हुए कहा कि बिहार की जनता के लिए जन सुराज एक बेहतर विकल्प साबित होगा और इसके लिए दृढ़ संकल्प लेना होगा।
उन्होंने कहा कि गांव से लेकर राज्य स्तर तक जनसुराज की सुनामी उठने वाली है। वहीं इस बैठक को संबोधित करते हुए प्रोफेसर सत्यप्रकाश ने कहा कि राजद और जदयू एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और इन दोनों के पास विकास का कोई वीजन नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रबुद्ध जनों को हाशिए पर रखकर कुछ लोग शासन कर रहे हैं। जनता को मुद्दे में उलझा कर रखते हैं और निजी स्वार्थ में कुर्सी लोलुप के वशीभूत होकर काम करते हैं। इस राजनीति को प्रबुद्ध लोग चुपचाप सहन करते हैं परंतु अब वक्त आ गया है अच्छे लोगों को शासन में हिस्सेदारी लेकर बिहार का विकास करने का। तैंतीस वर्षों से बिहार के लोगों को ठगा गया हैं।
अब्राहम लिंकन की उक्ति प्रजातंत्र मूर्खों का शासन है, बिहार में चरितार्थ हुई है। वहीं दस दौरान सेंट्रल पब्लिक स्कूल के निदेशक सुरेश सिंह ने कहा कि जन सुराज के प्रणेता प्रशांत किशोर की बढ़ती लोकप्रियता से सब घबराए हुए हैं। इसके साथ ही ज्योति भूषण ने कहा कि विकल्प ढूंढने की नहीं बल्कि संकल्प लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रशांत की गहराई को मापने का किसी दल के पास पैमाना हीं नहीं है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संजय कुमार ने कहा कि देश में किसी भी क्रांति की शुरुआत बिहार से हुई है। इस बार भी एक राजनीतिक क्रांति की शुरुआत हो चुकी है। चंद्रभूषण पांडेय ने कहा कि बिहार को अगड़ी पिछड़ी, दलित महादलित में बंटवारा कर फूट डालने वालों से सावधान होने का वक्त आ गया है। बैठक में गणनाथ तिवारी, अर्जुन कुमार राम, बबलू कुमार सिंह, सोनू सिंह, ओंकारनाथ तिवारी, रवि रंजन पांडेय, हरीश कुमार सिंह नेता, जवाहर लाल, मनोज कुमार, दीपू कुमार सिंह, कृष्ण कुमार शुक्ला, गोविन्दा कुमार सहित कई लोग मौजूद थे।