रांची: झारखण्ड में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री चुनावी लाभ के लिए रोटी, बेटी और मांटी की बात करते है और खुद भाजपा शासित राज्य मणिपुर में बेटियां जलाई जा रहीं हैं, इस बारे में भाजपा कुछ नहीं कहती।मणिपुर में डेढ़ वर्षों से जारी हत्य, बलात्कार और हिंसात्मक घटना के विरोध में कांग्रेस भवन में कैंडल जला कर विरोध दर्ज करने के बाद कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उक्त विचार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कांग्रेस भवन में व्यक्त किया। इस अवसर पर उपस्थित नेताओं और कार्यकताओं को संबोधित करते हुए केशव महतो कमलेश ने कहा कि ‘‘रोम जल रहा था और नीरो बांसुरी बजा रहा था’’ यह बात केन्द्र सरकार पर शत-प्रतिशत लागु होती है। पिछले ढेड़ वर्षाे से मणिपुर हिंसा के आग में जल रहा है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के लोगों की खोज खबर लेना उचित नहीं समझा है। मणिपुर को अपनी राजनीतिक प्रयोगशाला का एक राज्य बनाने की कोशिश भाजपा कर रही है और इसी कड़ी में मणिपुर के लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया। डेढ़ वर्षाे तक प्रधानमंत्री ने मणिपुर को छोड़ कर पुरे देश का दौरा किया लकिन मणिपुर वासियों के अंशु पोछने नहीं गये उन्होंने मणिपुर के हालात पर संसद में चर्चा कराने की जरूरत नहीं समझी।
इस अवसर पर कांग्रेस विधायक दल नेता डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि मणिपुर की स्थिति प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की अक्षम कार्यशैली का नमूना है। केन्द्र और मणिपुर दोनों जगह भाजपा शासन होने के बावजूद मणिपुर अलगाववाद के आग में जल रहा है। पुरे देश की जनता देख रही है कि डबल इंजन की सरकार किसी राज्य को अपने राजनीतिक लाभ के लिए किस स्तर तक ले जा सकती है। आपस में लड़ाओ और राज करो की भाजपा नीति का स्पष्ट उदाहरण मणिपुर के रूप में देश के सामने है। आज जब मणिपुर में भाजपा को अपना शासन और सरकार खतरे में नजर आ रहा है। तब गृह मंत्री की नींद खुली और वो बैठक आयोजित करने में लगे हैं। केन्द्र सरकार की अक्षमता ने मणिपुर के हालात बद से बदतर बना दिया है।
इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि मणिपुर में हत्यों और आदिवासी महिलाओं पर हो रहे अत्यचार पर नरेन्द्र मोदी मुकदर्शक बनकर गवाह बने हुए हैं पुरे देश में घुम कर महिला सशक्तिकरण की बात मोदी जी करते हैं लेकिन अपने शासन काल में महिलाओं और बच्चों पर हो रहें हैवानियत उन्हें नहीं दिख रही है। आदिवासियों की उथान की बात करने वाले मोदी जी मणिपुर में समुदायों को आपस में लड़ा कर आपनी राजनीतिक रोटी सेंक रहें हैं।
कार्यक्रम में मीडिया प्रभारी सर्वश्री राकेश सिन्हा, मीडिया चेयरमैन सतीश पॉल मुंजनी, प्रवक्ता सोनाल शांति, अमूल्य नीरज खलखो, राजन वर्मा, अमरेन्द्र सिंह, गजेन्द्र सिंह, कमल ठाकुर, कामेश्वर गिरि, हुसैन खान, यशस्विनी सहाय, गुलाम रब्बानी, डॉ0 राजीव प्रकाश, प्रिय वर्म्मन, फिरोज रिज्वी मुन्ना, रोहित सिन्हा, गौरव सिंह, गोपाल उपाध्याय, गौरव पाण्डेंय, मोहसिन आदि शामिल थे।