हजारीबाग: झारखंड में मौसम के साथ साथ करवट ले रही है झारखंड की सियायत। बीती रात ही चम्पई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की बात पक्की हो गयी तो वहीं झारखंड के वरीष्ठ नेता व अटल कैबिनेट में विदेश मंत्री रह चुके भाजपा के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा झारखंड में अपनी एक अलग पार्टी का गठन कर सकते है। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि इस पार्टी का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर रखने का प्रस्ताव है।
बता दें त्योहारी मौसम के खत्म होते ही झारखंड में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। वहीं नए दल के गठन को लेकर जयंत सिन्हा ने बताया कि ‘समाज के विभिन्न वर्गों के साथ परामर्श करने के बाद, अटल विचार मंच (एवीएम) गठित करने पर अंतिम निर्णय शीघ्र लिया जाएगा।’ बता दें हजारीबाग में रविवार शाम अपने समर्थकों के साथ एक बैठक के दौरान, नई पार्टी गठित करने के प्रस्ताव पर चर्चा की गई। इसके बाद जयंत दिल्ली रवाना हो गए। वहीं यशवंत के समर्थकों की बैठक के दौरान सुरेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि जो भारतीय जनता पार्टी की कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य हैं। वह भाजपा के पूर्व सांसद जयंत सिन्हा के प्रतिनिधि रह चुके हैं। वहीं इस बैठक में जयंत और उनके पिता यशवंत सिन्हा, दोनों के समर्थकों ने हिस्सा लिया। इस बैठक के दौरान ही नई पार्टी बनाने के प्रस्ताव पर चर्चा हुआ। बताते चलें कि पिता पुत्र की ये जोड़ी शुरू से ही भाजपा के कोर मेंबर रह चुके हैं। वहीं बात करे यशवंत सिन्हा की तो वो अटल सरकार में विदेश मंत्रालय सम्भाल चुके है। वहीं जयंत सिन्हा भी भाजपा के बैर्नर तले ही लोकसभा 2014 का चुनाव लड़ कर सांसद बन चुके थे।