पूर्वी सिंहभूम जिला उपायुक्त विजया जाधव लगातार टूना सबर के स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां ले रही है। वहीं चिकित्सकों को बेहतर इलाज के लिए आवश्यक निर्देश दिए। गौरतलब है कि टुना सबर चलने फिरने में असमर्थ कई दिनों से बीमार थे। उपायुक्त के संज्ञान में टुना सबर के विषय मे जानकारी आने के पश्चात तत्काल प्रखंड से एक टीम को दम्पाबेड़ा भेजा गया था। चिकित्सकों की टीम ने प्रारम्भिक जांच के बाद सीएचसी डुमरिया लाने का निर्णय लिया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल रेफर किया गया था। टूना सबर को चर्म रोग हो गया है, वहीं उनकी पत्नी एनीमिया से पीड़ित है।
देर रात उपायुक्त ने अस्पताल पहुंचकर एमजीएम से दो यूनिट ब्लड की व्यवस्था करवाई, एनएस एवं बी कॉम्प्लेक्स के साथ ब्लड यूनिट चढ़वाया गया। मंगलवार सुबह पुनः उपायुक्त सदर अस्पताल पहुंची और टूना सबर व उनकी धर्मपत्नी का हालचाल जाना। इस दौरान जिले के सिविल सर्जन जुझार मांझी समेत सबर दंपति का इलाज कर रहे चिकित्सक एमजीएम अस्पताल के चिकित्सक मुख्य रूप से मौजूद थे।
खेती के दौरान चर्म रोग की चपेट में आ गए थे
उपायुक्त ने साफ तौर पर जिले के सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि इलाज में किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। किसी तरह की कोई जरूरत होने पर उन्हें खबर करने का निर्देश दिया। जानकारी देते हुए उपायुक्त विजया जाधव ने बताया कि अक्टूबर माह में चावल की खेती के दौरान टुना सबर चर्म रोग की चपेट में आ गए, जिसकी जानकारी उन्होंने किसी को नहीं दी। संज्ञान में आते ही उन्हें बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया है, जहां नॉर्मल डाइट अभी वे नहीं ले पा रहे हैं। जिसकी वजह से उनको लिक्विड डाइट दिया जा रहा है।
उम्मीद है कि जल्द वे दोनों स्वस्थ होकर घर लौटेंगे
चर्म रोग विशेषज्ञ के साथ-साथ एमजीएम के डॉक्टर भी यहां मौजूद है, जो पूरी तरह से उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रखे हुए है। उन्होंने बताया कि डाकिया योजना के तहत हर सुविधा ख़ासकर खाद्यान्न सुविधा और हेल्थ कैंप समेत हर योजनाओं से उनको लाभान्वित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टुना सबर और उनकी पत्नी के स्वास्थ्य संबंधी सारी सुविधाओं पर निगरानी की जा रही हैं। बेहतर से बेहतर सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है और उम्मीद है कि जल्द वे दोनों स्वस्थ होकर घर लौटेंगे।