[Team insider] जेजेएमपी(jjmp) उग्रवादी संगठन के जोनल कमांडर भवानी भुइयां ने ने हथियार के साथ सरेंडर कर दिया। भवानी भुइयां को ज़िला प्रशासन के द्वारा एक लाख रुपये का चेक दिया गया। बता दें कि भवानी उर्फ भागीरथ भुईंया रामगढ़ के हुटार का रहनेवाला है। महेश भुईंया और रामसुंदर राम के इनकाउंटर के बाद कमांडर बना था। इस दौरान पलामू रेंज के डीआईजी राजकुमार लकड़ा, उपायुक्त शशि रंजन, एसपी चंदन कुमार सिन्हा, सहायक पुलिस अधीक्षक सह एसडीपीओ के. विजय शंकर सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी शाामिल रहे।
उग्रवादियों के उन्मूलन हेतु लगातार की जा रही है कार्रवाई
मौके पर डीआईजी ने कहा कि उग्रवादियों के उन्मूलन हेतु लगातार कार्रवाई की जा रही है। उग्रवादियों के मांद में सघन अभियान चलाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुर्नवास नीति का प्रचार-प्रसार कर सरेंडर करने के लिए प्र्रेरित किया जा रहा है। इसी से प्रभावित होकर जेजेएमपी सब जोनल कमांडर ने सरेंडर किया। उसे सारी सुविधाएं दी जायेंगी। उम्मीद है भवानी से प्रेरित होकर अन्य नक्सली और उग्रवादी समाज की मुख्यधारा में लौटेंगे।
लंबे समय से थी पुलिस को तलाश
भवानी भुइयां झारखंड के तीन जिलों पलामू, गढ़वा, लातेहार के इलाके में आतंक था। बता दें कि पुलिस को एक दर्जन से अधिक नक्सल घटनाओं में भवानी की तलाश थी। भवानी भुइयां मूल रूप से पलामू जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के उरीटांड़ का रहने वाला है।
2016 में जेजेएमपी उग्रवादी संगठन में हुआ था शामिल
भवानी भुइयां 2016 में जेजेएमपी उग्रवादी संगठन में शामिल हुआ था। उससे पहले वह टीपीसी उग्रवादी संगठन में था। जेजेएमपी का टॉप कमांडर रामसुंदर राम रामगढ़ थाना क्षेत्र के जंगल में जून 2021 में आपसी लड़ाई में मारा गया था, उस घटना के बाद से भवानी भुइयां को जेजेएमपी का जोनल कमांडर बना दिया गया। उससे पहले वह प्रतिबंधित संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (TSPC) से जुड़ा हुआ था।