[Team insider] जेपीएससी ने रिकॉर्ड 252 दिन में 252 पदों के लिए आयोजित सातवीं आठवीं नौवीं व दसवीं सिविल सेवा परीक्षा का फाइनल रिजल्ट मंगलवार रात को जारी किया है। सावित्री कुमारी झारखंड की टॉपर रही। बता दें कि बीसी कैटेगरी की सावित्री झारखंड प्रशासनिक सेवा में कट ऑफ मार्क अधिक रहने के कारण आरक्षित कोटा से पहुंच गई हैं, जबकि दूसरे स्थान पर विनोद व तीसरे स्थान पर मोहम्मद अनवर उल हक रहे।
आईआईटी मुंबई की नौकरी छोड़कर जेपीएससी की तैयारी की
टॉपर आने वाली सावित्री बोकारो जिले के कसमार प्रखंड के स्थित दांतु गांव की रहने वाली है। उन्होंने आईआईटी मुंबई से क्लाइमेट चेंज डिपार्टमेंट की नौकरी छोड़कर जेपीएससी की तैयारी की पिता राजेश्वर प्रसाद नायक गांव में वेल्डिंग की छोटी सी दुकान चलाते हैं और मां चिंता देवी ग्रहणी है। जेपीएससी की 7वीं से 10वीं सिविल सर्विस परीक्षा में बेरमो अनुमंडल अंतर्गत दांतु ग्राम निवासी राजेश्वर नायक की बेटी सावित्री कुमारी ने अव्वल स्थान प्राप्त किया है। जेपीएससी की रिजल्ट मंगलवार देर शाम को जैसे ही नेट पर आई तो सावित्री रिजल्ट देख अपने पिता और परिवार के अन्य सदस्य को जानकारी दी।
पहला प्रयास में उन्होंने जेपीएससी क्रेक की
इस संबंध में सावित्री कुमारी ने बताया कि पहला प्रयास में उन्होंने जेपीएससी क्रेक की और पहला स्थान प्राप्त की। सावित्री ने बताया कि उन्होंने पांचवी तक की पढ़ाई दांतु में ही की। इसके बाद उसका सिलेक्शन जवाहर नवोदय विद्यालय तेनुघाट में हो गया था, जहां उन्होंने एक 11वीं तक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद वह ग्रेजुएशन के लिए एशियन यूनिवर्सिटी फॉर ओमेंस बांग्लादेश में नामांकन कराया, जहां इनवायरमेन्ट साइंस में ग्रैजुएशन की। ग्रैजुएशन करने के बाद उन्हें उसी यूनिवर्सिटी में रिसर्च फेलो के रूप में चयन हो गया।
पिता का गायत्री इंजीनियरिंग वर्क्स की दुकान है
इसके बाद मास्टर डिग्री के लिए उसका नामांकन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ऑफ इंग्लैंड में हो गया। वहां उन्होंने मास्टर डिग्री हासिल की और 2018 में वह पुनः इंडिया लौट आई। फिलहाल आईआईटी मुंबई में क्लाइमेट चेंज पर रिसर्च कर रही थी। इस बार उन्होंने जेपीएससी का पहली बार ही परीक्षा दी जिसमें उन्होंने प्रथम प्राप्त किया है। उनके पिता राजेश्वर नायक की तीन बेटी है। जिसमें सावित्री दूसरी नंबर की बेटी है। राजेश्वर के दांतु में गायत्री इंजीनियरिंग वर्क्स की दुकान है। सावित्री के प्रथम स्थान प्राप्त करने उन्हें बधाई देने वालों की तांता लगी है।