के के पाठक के आते ही स्कूलों ओर विश्वविधायल में सख्ती बरती जा रही है चाहे वो विद्यार्थी को लेकर हो या फिर टीचर को लेकर। स्कूल में विद्यार्थी हो या शिक्षक सब की स्कूल में उपस्थिति अनिर्वाय कर दी गई है। इसमें किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरती जा रही है। इसको लेकर स्कूल में 1 जुलाई से लगातार निरीक्षण भी किए जा रहे है। जिसमें शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति देखी जा रही है। वहीं निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों पर के के पाठक का डंडा चला है। के के पाठक ने बिना सूचना दिए और अनुमति के स्कूल से नदारद रहने वाले शिक्षक पर कार्रवाई की है। 6 हजार शिक्षकों का वेतन काटा गया है जबकि 55 शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है।
सबसे ज्यादा सीतामढ़ी के शिक्षक हुए निलंबित
बता दें कि बिना कारण अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होगी इसका निर्देश के के पाठक द्वारा पहले ही जारी कर दिया गया था। जिसके बाद के के पाठक द्वारा स्कूल में एक जुलाई से करने का आदेश जारी किया है। इस निरीक्षण के दौरान स्कूल से कई शिक्षक नदारद मिले जिनपर के के पाठक ने कार्रवाई की है। बता दें कि पिछले दो महीनों में 55 शिक्षकों को कई कारणों से निलंबित किया गया है। जिनमें सबसे ज्यादा संख्या सीतामढ़ी के शिक्षकों की हुई है। सीतामढ़ी के 26 शिक्षकों को निलंबित किया गया है जबकि दूसरे नंबर पर बांका है।