सरायकेला-खरसावां जिला के सबसे चर्चित हत्याकांड का शुक्रवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया है। बता दें कि बीते 29 जून को जिले के आदित्यपुर थाना अंतर्गत हरिओम नगर निवासी ईचागढ़ के पूर्व बाहुबली विधायक अरविंद सिंह के साले कन्हैया सिंह की हत्या के बाद अचानक से कोल्हान की राजनीति में भूचाल आ गया था। तमाम आलोचनाओं को झेलते हुए अंततः पुलिस ने शुक्रवार को कन्हैया सिंह हत्याकांड से पर्दा उठा दिया है। पुलिस ने कन्हैया सिंह हत्याकांड में कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दो की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है। जिसमें कन्हैया सिंह की बड़ी बेटी अपर्णा सिंह, उसके प्रेमी राजवीर सिंह, शूटर निखिल गुप्ता, सौरभ किस्कू को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। दो अन्य अपराधी छोटू एवं रवि सरदार की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी चल रही है।
थाना घेराव से लेकर सड़क तक विरोध प्रदर्शन किया गया
सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष और सामाजिक संगठनों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कटघरे में खड़ा किया था। यहां तक कि एसपी और थानेदार को भ्रष्ट करार देते हुए बदले जाने की आवाज मुखर होने लगी। कांग्रेस, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, मंत्री बन्ना गुप्ता, भाजपा नेता अभय सिंह, खरसावां विधायक दशरथ गागराई सभी ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए हत्याकांड का खुलासा करने के लिए अल्टीमेटम पर अल्टीमेटम देना शुरू कर दिया। थाना घेराव से लेकर सड़क तक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।
15 सदस्यीय एसआईटी का गठन कर ऑपरेशन में लगाया
उधर वर्दी पर उठते सवालों को जिले के पुलिस कप्तान ने चुनौती के रूप में लिया और एसडीपीओ के नेतृत्व में 15 सदस्यीय एसआईटी का गठन कर ऑपरेशन में लगाया। अंततः 9 वें दिन पुलिस ने कन्हैया सिंह हत्याकांड से पर्दा उठाते हुए जो खुलासे किए उससे न केवल कोल्हान बल्कि झारखंड से लेकर बिहार और यूपी की जनमानस सन्न रह गई। किसी को इस बात का अंदेशा भी नहीं हुआ होगा, कि कन्हैया सिंह के घर में आग कन्हैया के ही चिराग से लगी थी।
कन्हैया सिंह अपनी बेटी के रिश्ते से खुश नहीं थे
बहरहाल अब कन्हैया सिंह हत्याकांड से पर्दा उठ चुका है। जिस कन्हैया सिंह हत्याकांड के खुलासे को लेकर हाय तौबा मचाया जा रहा था, सभी के जेहन में बस यही कौंध रहा है, कि क्या वाकई में ऐसा हो सकता है? क्या एक बेटी अपने बाप की हत्या करवा सकती है? आखिर क्या वजह रही होगी, कि बेटी को इस हद तक जाना पड़ा। पुलिस ने कैसे इस गुत्थी को सुलझाया इस सवाल पर जिले के एसपी आनंद प्रकाश ने बताया कि कन्हैया सिंह की बेटी ही घटना के दिन अपने पिता के लोकेशन की पल-पल की जानकारी दे रही थी। कन्हैया सिंह की बेटी ने अपने पिता की हत्या के लिए शूटर को अपने हीरे की अंगूठी बतौर पेशगी दी थी। उन्होंने बताया कि कन्हैया सिंह अपनी बेटी के रिश्ते से खुश नहीं थे। और वह इस का लगातार विरोध कर रहे थे।