शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी IAS अधिकारी केके पाठक को दी गई है। जिम्मेदारी मिलते ही अधिकारी एक्शन मोड में आ गए है। IAS के.के. पाठक की छवि के सख्त अधिकारी के रूप में है। उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपी जाती है उसे वो बहुत सख्ती के साथ करते हैं। कुछ समय पहले ही उन्हें शिक्षा विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है। जिसक बाद से वो बिहार में शिक्षा से जुड़े क्षेत्र की स्थिति को सुधारने के लिए एक के एक बड़े फैसले ले रहे हैं। वही अब नियम के खिलाफ धरना देने वाले शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है।
बोरवेल में फंसे मासूम का रेस्क्यू सफल, 8 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन
सीवन के 7 शिक्षक बर्खास्त
दरअसल शिक्षा विभाग के नये नियम के अनुसार निजोजित शिक्ष्स्कों को राज्यकर्मी का दर्जा पाने के लिए परीक्षा देना होगा। इस नियम के विरोध में 11 जुलाई को नियोजित शिक्षक संघ ने पटना में धरना दिया था। शिक्षा विभाग की तरफ से नियोजित शिक्षकों को धरना में ना जाने की चेतावनी दि गई थी। लेकिन इसके बावजूद भी काफी संख्या में नियोजित शिक्षक धरना में शामिल हुए। जिसे लेकर अब बड़ा एक्शन लिया गया है। धरना में शामिल हुए 16 शिक्षकों को नोटिस भेज दिया गया है। वहीं सीवान के सात शिक्षकों की पहचान कर उन्हें बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया गया है।
वीडियो और फोटो से हुई शिक्षकों की पहचान
धरना में शामिल हुए शिक्षकों की पहचान वीडियो और फोटो के माध्यम से की जा रही है। इसी के जरिए धरना में शामिल हुए सीवान के सात शिक्षकों की पहचान कर उन्हें बर्खास्त करने का आदेश दे दिया है।धरना में शामिल हुए सीवान के सात शिक्षकों की पहचान कर उन्हें बर्खास्त करने का आदेश दे दिया है। इससे पहले शिक्षा विभाग ने धरना में शामिल हुए 16 अन्य शिक्षकों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण पूछा था और जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर कार्रवाई की बात कही गई थी।