जदयू इनदिनों अपने बागी हुए नेताओं का प्रहार झेल रही है। उन बागी नेताओं में एक नाम पूर्व विधायक ललन पासवान का भी है। जिन्होंने कुछ दिनों पहले ही जदयू से इस्तीफा दिया था। इस्तीफे के बाद से जदयू के प्रति उनके तेवर काफी तल्ख़ हैं। इस बात की भी चर्चा हो रही है कि ललन पासवान का झुकाव भाजपा की तरफ हो रहा है। उनके ताजा बयानों से ये संकेत भी मिल रहा है। जिसमें उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की जमकर तारीफ की है। साथ ही उन्होंने जदयू को डूबता हुआ नाव भी बताया है।
“लालू के तालाब में डूबेगी जदयू की नाव“
ललन पासवान ने कहा कि जब जदयू की नाव डूब रही है तो उसमें रहकर मरने से अच्छा है छलांग लगाकर निकल जाएं। एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम जान रहे हैं कि यह नाव डूबने वाली है। जदयू की नाव मझधार में चली गई है और यह गंगा नदी में नहीं डूबेगी बल्कि लालू जी के तालाब में जाकर डूब जाएगी। इसलिए पार्टी के लोग कूद कूद कर भाग रहे हैं और अपनी जान बचा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार ने मौजूदा वक्त में अपने मुद्दों से समझौता कर लिया। यह भी पार्टी छोड़ने का कारण बना।
BJP की तारीफ में पढ़ा कसीदा
ललन पासवान ने भाजपा के साथ जाने का भी संकेत दिया। उन्होंने भाजपा की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि सही अर्थों में भाजपा में ही समाजवाद जिंदा है। मोदी जी ने पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन किया और तिरंगे को बुलंद करने का काम किया है। देश का चौमुखी विकास बीजेपी सरकार में हो रहा है। समाजवाद की जो परिभाषा दी गई है वह भाजपा पर लागू होती है। डॉ राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि सत्ता ऊपर से नीचे की तरफ जाती है। भाजपा ने अति पिछड़ा समाज के बेटे को देश का प्रधानमंत्री बनाकर डॉ राम मनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण और कर्पूरी ठाकुर के सपने को सच कर दिखाया।