29 दिसंबर को दिल्ली में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक होने वाली है। जिसको लेकर बिहार में सियासी सरगर्मी तेज है। भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी का कहना है कि जब भी ऐसी बैठक होती है,तो जदयू का अध्यक्ष बदल दिया जाता है। ललन सिंह को जदयू के अध्यक्ष पद से हटाया जा सकता है। आज जब इसपर जदयू अध्यक्ष ललन सिंह की प्रतिक्रिया मांगी गई तो वो भड़क गए। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि सुशील मोदी की नीतीश कुमार का बहुत नजदीकी रिश्ता रहा होगा। नीतीश कुमार से उनकी बात हुई होगी तभी वो ऐसा कह रहे हैं।
‘नीतीश-सुशील में नजदीकी रिश्ता रहा होगा’
आज जैसे ही पत्रकारों ने सुशील मोदी के बयान पर ललन सिंह से जवाब मांगा, वो भड़क गए। ललन सिंह ने कहा कि सुशील मोदी का नीतीश कुमार से पर्सनल बात हुआ होगा। तभी वो ऐसा कयास लगा रहे हैं। नीतीश कुमार से सुशील मोदी का बहुत नजदीकी रिश्ता रहा होगा। नीतीश कुमार से उनकी बात हुई होगी तभी वो ऐसा कह रहे हैं। नीतीश कुमार की बात भी सुशील मोदी ही जान रहे?
‘I.N.D.I.A गठबंधन में आल इज वेल’
भाजपा की तरफ से I.N.D.I.A गठबंधन पर उठाए जा रहे सवाल पर भी ललन सिंह ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि I.N.D.I.A गठबंधन में ऑल इज वेल है। जो लोग भी सवाल उठा रहे हैं वो कोई ज्योतिषी नहीं हैं। 3 सप्ताह में सभी सीटों का बंटवारा होगा, कहीं कोई समस्या नहीं है।
‘टीआरपी के लिए बोलते हैं गिरिराज’
गिरिराज सिंह की तरफ से जदयू का राजद में विलय के बयान पर ललन सिंह ने कहा कि उनको अपना टीआरपी हासिल करना है, इसलिए कुछ भी बोलते रहते हैं। कभी बोलते हैं की झटका वाला मटन नहीं खाना है तो उनसे पूछिए वो जो ढाई किलो मटन खुद खाते हैं सब झटका वाला होता है, उनको बस टीआरपी में रहना होता है और उनकी बातों का कोई मतलब नहीं रहता है।