RANCHI : इस बार राजधानी राँची का दुर्गा पूजा का एक पंडाल जो की नामकुम में स्थित पूजा पंडाल कुछ अलग ही रूपरेखा से तैयार किया गया है। लालू प्रसाद के चाहने वालों ने दुर्गा पूजा पंडाल में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को पूजा पंडाल में माता के पास किया स्थापित है।
इस बार राजधानी राँची के नामकुम रेलवे स्टेशन के समीप जय माता दी क्लब दुर्गा पूजा समिति के द्वारा भव्य और आकर्षक पूजा पंडाल का निर्माण कराया गया है जिसमें बाहर 101 शिवलिंग स्थापित किया गया है। वहीं मुख्य पूजा पंडाल की भी आकृति शिवलिंग की आकृति पर बनाया गया है। बाहर से पूजा पंडाल अन्य पंडालों की तरह ही नजर आता है पर अंदर प्रवेश करते ही भगवान जगदंबे के दर्शन करने को मिलेगी।
वहीं आपको दूसरी और समाज को प्रेरणा देने वाली एक मनोहर दृश्य देखने को मिलेगा। उस दृश्य में दिखाया गया है कि किस तरीके से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की जब किडनी खराब हो गई थी तो उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने अपना किडनी दान कर अपने 75 वर्षीय वृद्ध पिता लालू प्रसाद यादव को जीवन दान देती है। वही कैसे लालू प्रसाद यादव समाज के दलित वंचित पिछड़े को समझ में समानता का अधिकार दिलाने के लिए समाज के बीच में दुबारा आते हैं इस पूजा पंडाल के जरिए समाज को कई संदेश दिए गए हैं जिसमें मुख्य रूप से बेटियों को जीवनदायनी और दुर्गा का रूप बताया गया है।
बता दें कि झारखंड की राजधानी रांची में दुर्गा पूजा पंडाल काफी भव्य और आकर्षक बनाए जाते हैं। साथ ही इन पूजा पंडालों अलग अलग थीम होते हैं। कुछ पूजा पंडालों में काल्पनिकता का पुट होता है तो कुछ पूजा पंडाल पौराणिकता की थीम पर बने होते हैं। वहीं कुछ पूजा पंडालों द्वारा समाज मे व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ समाज को संदेश देते हुए थीम पर भी बनाये जाते हैं ।
पूजा पंडाल में माता के दर्शन करने आये श्रद्धालु भी पंडाल में लालू प्रसाद के इस रूप को देखकर रोमांचित हैं और इसे एक संदेश के रूप में लेते हुए कहा कि बेटियां आज सही मायने में बेटों से किसी भी रूप में कम नही हैं, और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने अपने पिता के लिए अपनी किडनी देकर इसे सिद्ध किया कि बेटियां अपने परिवार के लिए हर कदम पर खड़ी रहती हैं। इसलिए समाज को भी बेटियों के प्रति अपने नजरिये को बदलने की जरूरत है।