लातेहार जिले में दो लाख का इनामी नक्सली संजय प्रजापति ने डीआईजी राजकुमार लकड़ा के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। इनामी नक्सली जेजेएमपी उग्रवादी संगठन से जुड़ा हुआ था और कई बड़े वारदात को अंजाम दे चुका था। संजय प्रजापति 2013 से ही जेजेएमपी उग्रवादी संगठन से जुड़ा था। संजय प्रजापति जेजेएमपी उग्रवादी संगठन का सब जोनल कमांडर था। इसके खिलाफ झारखंड के अलग-अलग जिलों में कई मामले दर्ज हैं।
छिपादोहर का रहने वाला है संजय
संजय मूल रूप से बरवाडीह प्रखंड के छिपादोहर थाना क्षेत्र अंतर्गत चुंगरू पंचायत के नावाडीह गांव का रहने वाला है।उग्रवादी संजय झारखण्ड सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नई दिशा नीति से प्रभावित होकर
सरेंडर कर दिया।डीआईजी और एसपी में उग्रवादियों और नक्सलियों से अपील करते हुए कहा है कि हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटे और अच्छे से अपना जीवन यापन करें।
कई नक्सल घटनाओं में रहा है शामिल
संजय लातेहार जिले में कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है. पुलिस को काफी लंबे समय से संजय तलाश की थी।संजय प्रजापति बीते चार वर्ष से फरार था।वह जेएमएमपी में वर्ष 2013 से सक्रिय था। जेजेएमपी सुप्रीमो पप्पू लोहरा के साथ मिलकर कई बड़ी घटनाओं को अंजाम संजय प्रजापति ने दिया था पुलिस के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है।