सुपौल जिले के बसंतपुर प्रखंड के रानीगंज में मंगलवार की शाम तेंदुए के हमले से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई। इस घटना में 19 वर्षीय नंदन कुमार और वन विभाग के कर्मी राजेश कुमार यादव समेत कुल चार लोग घायल हो गए। तेंदुआ का हमला उस समय हुआ जब कुछ महिलाएं अशोक मंडल के घर में कपड़े सिल रही थीं और नंदन कुमार घर में प्रवेश किया।
नंदन ने चौकी के नीचे से गरजने की आवाज सुनी और जब उसने अंदर झांककर देखा, तो तेंदुआ वहां छिपा हुआ था। जैसे ही नंदन ने शोर मचाया, तेंदुआ ने उस पर हमला कर दिया। नंदन को गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उसे इलाज के लिए वीरपुर अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद तेंदुआ गुलाय मंडल के पूजा घर में घुस गया, जहां लोगों ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह वहां से भाग निकला।
इस हमले के बाद वन विभाग और पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन रेस्क्यू के लिए आवश्यक संसाधनों की कमी के कारण तेंदुआ को पकड़ना संभव नहीं हो सका। घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन और वन विभाग ने इलाके में और सतर्कता बरतने का निर्णय लिया।
तेंदुआ पूजा घर की दीवार को तोड़ने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वह फिर छत के टीन को तोड़कर बाहर निकलने में सफल हो गया। रात भर तेंदुआ ने इलाके में दहशत फैलाए रखी, और इस दौरान भगवानपुर पंचायत के पीआरएस शिवरंजन कुमार समेत दो अन्य लोग मामूली रूप से घायल हो गए।
वन विभाग के रेंजर अजय कुमार ठाकुर ने बताया कि तेंदुआ पकड़ने की कोशिश की जा रही है, लेकिन रात के समय रेस्क्यू अभियान चलाना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि चीता प्रजाति के जानवर को पकड़ने के लिए संसाधनों की कमी हो रही है।
इलाके में डर का माहौल बना हुआ है, लेकिन प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अपने घरों का दरवाजा बंद कर घर के अंदर रहें। बसंतपुर सीओ हेमंत अंकुर ने बताया कि तेंदुआ जंगल की ओर भाग चुका है, लेकिन पूरी रात इलाके में सतर्कता बनाए रखी जाएगी। सभी घायल व्यक्तियों का इलाज जारी है और प्रशासन स्थिति पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए है।