बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने कुष्ठ रोग से निजात दिलाने को लेकर कहा कि स्वास्थ्य विभाग मरीजों के इलाज के लिए लगातार कार्य कर रही है। जिसके लिए बिहार के 34 फिजियोथेरेपिस्ट सहित 59 स्वास्थ्यकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया है।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सभी प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों को बहुत जल्द जिलों में नियुक्त किए जाने वाले है।
कुष्ठ रोगियों की होगी मदद
बता दें कि सभी 34 नए नियुक्त फिजियोथेरेपिस्टों और कार्यक्रम से जुड़े अन्य 25 स्वास्थ्य कर्मियों को एमएलसीयू रुद्रपुरा, रोहतास और दी लेप्रोसी मिशन अस्पताल, मुजफ्फरपुर में प्रशिक्षण दिया जा चुका है। वहीं फिजियोथेरेपिस्ट के अलावे मेडिकल ऑफिसर, एडमिनिस्ट्रेटिव सहायक, नन मेडिकल सहायक, पारा मेडिकल वर्कर्स और हेल्थ एडुकेटर कुष्ठ रोगियों के पुनर्वास के लिए और शारीरिक विकृतियों को कम करने में सहायता प्रदान करेंगे। वहीं इन सभी स्वास्थ्य कर्मियों को राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत तीन जून शुक्रवार को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र दिया गया।
विभाग की अनोखी पहल
वहीं मंगल पांडेय ने बताया कि सभी स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती हर जिले में होने से कुष्ठ रोगियों के अंग विकृति की विकलांगता को कम करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। साथ ही उन्होंने कहा कि विभाग के तरफ से की गई यह शुरुआत कुष्ठ रोगियों के लिए ना केवल फायदेमंद है बल्कि कुष्ठ से होने वाले अंग विकृति को खत्म करने में कारगर साबित होगी। विभाग का प्रयास है की सभी मरीजों को सही तरह से स्वस्थ करके उन्हें समाज में बेहतर दर्जा दिला सकें।