मुजफ्फरपुर पुलिस ने रविवार को गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए आलू लदे ट्रक से 988 कार्टन विदेशी शराब बरामद की। शराब की कुल कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी:
ट्रक ड्राइवर चेमन चौधरी (राजस्थान के बाड़मेर का निवासी)।
ट्रक में मौजूद एक अन्य व्यक्ति।
आरोपियों का बयान:
दोनों ने कबूला कि वे 11 दिसंबर को राजस्थान से शराब लेकर निकले थे। 13 दिसंबर को बिहार पहुंचे, लेकिन उचित दाम न मिलने के कारण वे ट्रक लेकर पूरे राज्य में घूम रहे थे।
ग्रामीण एसपी विद्यासागर ने बताया कि पुलिस को ट्रक के संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी। ट्रक झारखंड के हजारीबाग से समस्तीपुर जा रहा था। मुजफ्फरपुर में एक ढाबे पर खड़ा ट्रक संदिग्ध पाया गया, जिसके बाद पुलिस टीम ने इसे जब्त किया। मामले की जांच जारी है कि इतनी बड़ी खेप किसने मंगवाई और इसके पीछे कौन लोग हैं।
शराब की विशेषताएं
बरामद शराब हिमाचल प्रदेश में तैयार की गई है। इसे पहले हिमाचल से राजस्थान और फिर ट्रक के जरिए बिहार लाया गया। पुलिस के अनुसार, यह खेप नए साल के मौके पर बाजार में खपाने की योजना थी।
तकनीकी पहलू
ड्राइवर वॉट्सऐप कॉल के जरिए शराब कारोबारी के संपर्क में था। कारोबारी ही उसे रास्ता बताता रहा और पूरी खेप की निगरानी कर रहा था। यह कार्रवाई बिहार में शराबबंदी के बावजूद जारी शराब तस्करी के एक बड़े मामले को उजागर करती है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि खेप मंगवाने वाला मुख्य व्यक्ति कौन है और इस रैकेट में और कौन-कौन शामिल हैं।
नोट: बिहार में शराबबंदी लागू होने के बावजूद राज्य में अवैध शराब की तस्करी लगातार एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।