9 महीने तक जेल में रहने के बाद यूट्यूबर मनीष कश्यप रिहा हो चुके हैं। उन्हें देखने के लिए बेउर जेल के बाहर भारी संख्या में समर्थकों की भीड़ देखने को मिल रहा है। बेउर जेल से निकलने के बाद मनीष कश्यप पटना के महावीर मंदिर में दर्शन करने जा रहे हैं। उनके साथ समर्थकों की भारी भीड़ भी पीछे-पीछे चल रही है। जेल से निकलते ही मनीष कश्यप ने कहा कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया था। मनीष कश्यप लगातार अपने समर्थकों से भीड़ हटाने की अपील करते दिखे। उन्होंने समर्थकों से कहा कि आप लोग हट जाईए। वरना बिहार में जो कंस की सरकार है वो मुझे फिर से उठाकर जेल में डाल देगी।
रिहाई के बाद जमकर बोले मनीष कश्यप
जेल से बाहर निकलते ही मनीष कश्यप ने एक न्यूज चैनल से बात की। जिसमें उसने कहा कि जिस तरह कंस ने साजिश किया था तो कृष्ण जी को नौ महिना जेल में ही रह के पैदा होना पड़ा। उसी तरह बिहार में बहुत सारे कंस हैं जिन्होंने मेरे खिलाफ साजिश किया था। मुझे ये सजा कोर्ट ने नहीं नेताओं ने दिया था। मुझपर NSA लगा दिया गया था। 1980 के बाद से जब से NSA लागू हुआ तब से लेके आज तक किसी पत्रकार, यूट्यूबर और सोशल वर्कर के उपर NSA नहीं लगा था। लेकिन मेरे उपर लगाया गया। जिसे कोर्ट ने भी गलत माना। अपने समर्थकों की भीड़ को लेकर उन्होंने कहा कि इनलोगों को बिहार के नेताओं से उम्मीद नहीं है, इन्हें मुझसे उम्मीद है। मैं इनलोगों की उम्मीद को पूरा करुँगा।
राजनीति करने और चुनाव लड़ने पर ये कहा
मनीष कश्यप ने राजनीति करने के सवाल पर कहा कि मेरे भाग्य में जो होगा मैं वो करुँगा। यदि भाग्य में पत्रकारिता करना होगा तो वही करूँगा। वहीं अगर भाग्य में कुछ और होगा तो वो करुँगा। मैं सिर्फ बिहार को बदलना चाहता हूँ। जो लोग बिहार को बदलना चाहते हैं, जो नेता बिहार को बदलना चाहते हैं उनके साथ मिलकर काम करूँगा। मनीष कश्यप ने आगे कहा कि अभी चुनाव लड़ने के बारे में मैंने कुछ भी नहीं सोचा है।
9 महीने तक जेल में बंद रहे मनीष कश्यप
बता दें कि मनीष 9 माह से अधिक वक्त से जेल में बंद थे। फेक वीडियो के मामले में मनीष ने 18 मार्च 2023 को सरेंडर किया था। उसके बाद उसे तमिलनाडु पुलिस ने रिमांड पर ले लिया था। 30 मार्च को ट्रांजिट रिमांड पर तमिलनाडु पुलिस अपने साथ ले गई थी। हालांकि अगस्त में उन्हें वापस पटना लाया गया। जिसके बाद बेतिया कोर्ट ने मनीष को बिहार की जेल में ही रखने के आदेश दिया। तब से मनीष कश्यप बेऊर जेल में बंद थे। उनपर NSA भी लगाया गया था। 20 दिसंबर को पटना हाईकोर्ट ने मनीष को जमानत दे दी। जिसके बाद सारी कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद आज उन्हें रिहाई मिल गई है।