बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी पर कई हमले किए थे। इन हमलों में नीतीश ने मांझी के राजनीतिक ताकत पर भी सवाल उठाए। जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी के लिए किया था उसको लेकर भी खूब हंगामा हो रहा है। मांझी लगातार नीतीश कुमार पर दलित और महादलित समाज को अपमानित करने का आरोप लगा रहे हैं। आज मांझी नीतीश कुमार के खिलाफ दिल्ली में मोर्चाबंदी की तैयारी में हैं।
जंतर-मंतर पर मांझी का धरना
हम(सेक्युलर) के संरक्षक जीतन राम मांझी आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर नीतीश कुमार के खिलाफ धरना देंगे। उन्होंने देश के तमाम दलित और महादलित सांसदों को धरना प्रदर्शन में आमंत्रित किया है। आज सबसे पहले जीतन राम मांझीसुबह 10 बजे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधिस्थल “राजघाट” पर पर जाकर प्रार्थना करेंगे, इसके बाद 11 बजे से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देंगे ।
नीतीश ने मांझी को कहा था बिना सेंस वाला
बता दें कि बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन जीतन राम मांझी आरक्षण के समीक्षा पर बिहार सरकार के कार्यकलापों पर टिप्पणी कर रहे थे। तभी सीएम नीतीश कुमार उठ खड़े हुए और बरस पड़े। अपनी नाराजगी में सीएम नीतीश ने पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के लिए यहां तक कह दिया कि “इसको कोई सेंस नहीं है। ऐसे ही बोलते रहता है।” नीतीश कुमार यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा था कि “इनको (जीतन राम मांझी) कुछ आइडिया नहीं है। इनको कोई सेंस नहीं है। ऐसे ही बोलते रहता है। हम बोले थे कि आप ही लोग (भाजपा) के साथ ही रहे। लेकिन भाग कर चला आया था। इसके बाद हम फिर भगा दिए।
सीएम ने आगे कहा कि “कोई सेंस है इसको? आप लोगों (भाजपा) को जब छोड़ दिए थे, 2013 में और अकेले थे। हम इसको (जीतन राम मांझी) बना दिए। इसके बाद मेरी पार्टी का लोग दो माह में कहने लगा कि गड़बड़ है इसको हटाइए। कहता रहता है कि ये भी मुख्यमंत्री थे। क्या मुख्यमंत्री था? ये तो मेरी मूर्खता से मुख्यमंत्री बना। बिना मतलब का रोज इसको पब्लिश करती है मीडिया। कोई सेंस नहीं है इसको।” नीतीश कुमार ने कहा था कि “आप ही लोग (भाजपा) के पीछे घूम रहा है। चाहता है गवर्नर बनना। साथ में था तो भी उलटा पुलटा बोलता था। इसको गवर्नर बनवा दीजिए। परिवार के लोग भी इसके खिलाफ है। नारा लगवा रहे हैं तो उसको मुख्यमंत्री कौन बनवाया? मेरी गदहपनी कि उसको बनवा दिए और बोल रहे पूर्व मुख्यमंत्री….।”