[Team insider] राजधानी राँची में बीते शुक्रवार को हुई हिंसक झड़प के बाद मेन रोड स्थित अलबर्ट एक्का चौक से लेकर सुजाता चौक तक अभी तक तनाव का माहौल बना हुआ है। हालांकि पुलिस के जवान मुस्तैदी से पूरे क्षेत्र में तैनात हैं ताकि किसी भी तरह के उपद्रव को बढ़ावा ना मिल सके। लेकिन इसी दौरान कानून को दरकिनार करते हुए मुस्लिम संगठन इमारत ए सरिया के लोग राँची के कर्बला चौक के नजदीक गुदड़ी चौक के पास बैठक करने की कोशिश की। पुलिस द्वारा बैठक रोकने पर विवाद उत्पन्न हो गया और स्थानीय लोग भड़क गए।
एकजुट होकर सरकार पर उठाये सवाल
बता दें शहर के हिंदपीढ़ी मोहल्ला,बड़ा तालाब क्षेत्र,गुदड़ी चौक,कर्बला चौक,सुजाता चौक, डेली मार्केट थाना इलाका सहित विभिन्न चौक चौराहों पर किसी भी तरह की भीड़ जमा करने पर रोक लगाई गयी है।इन सभी क्षेत्रों में धारा 144 लागू है। इसके बावजूद भी इमारत ए सरिया के बिहार, झारखण्ड और ओड़िशा के मौलाना के द्वारा कर्बला चौक के नजदीक गुदड़ी चौक के पास कुछ लोग जमा हो गए और मृतकों के परिजनों से मिलने का प्रयास करने लगे। इमारत ए सरिया के मौलानाओं को देख स्थानीय लोग एकजुट होने लगे और प्रशासन एवं राज्य सरकार पर सवाल उठाने का काम करने लगे।
आक्रोशित लोग और पुलिस के बिच हुयी कहासुनी
इधर जैसे ही स्थानीय लोगों के एकजुट होने की सूचना पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों को मिली।वैसे ही मौके पर लोअर बाजार थाना प्रभारी संजय कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए और मौके पर भीड़ जमा कर रहे लोगों को अपने अपने घर जाने को कहा। पुलिस को देकर स्थानीय लोग भी आक्रोशित हो गए और पुलिस के साथ कहासुनी होने लगी।
RAF कर रही है रही निगरानी
वही सूचना पर तुरंत सिटी डीएसपी दीपक कुमार मौके पर पहुँचे। प्रशासन के लोगों ने समझदारी से काम लिया और आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया और उनको उनके घर जाने की अपील की। मौके पर भारी संख्या में रैफ के जवान भी पहुँचे गए थे वहीं सीआईडी एसपी सहित कई पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुँचे।
मौलानाओं को गिरफ्तार करने का उड़ाया अफवाह
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह बताया गया कि इमारत ए सरिया के बिहार, झारखण्ड और ओड़िशा के मौलानाओं के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की तैयारी की जा रही थी। इसी बीच किसी ने पुलिस को जानकारी दे दी। उसके बाद मौके पर पुलिस पहुँची।जब पुलिस अंदर गई तो एक व्यक्ति बाहर निकलकर मुहल्ले में हल्ला कर दिया कि पुलिस मौलानाओं को गिरफ्तार करने पहुँची है। इस कारण भी स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई। लोगों में आक्रोश देखा गया। इसी बीच पुलिस ने लोगों को हकीकत बताया कि अफवाह में ना रहें। बैठक और प्रेस कांफ्रेंस करने की इजाजत नहीं है। तब लोग शांत होकर वापस गए।