CHATRA : विगत 14 मई को शहर के धंगरटोली मोहल्ले में हुए प्रखंड 20 सूत्री अध्यक्ष उपेंद्र दांगी के पुत्र रितिक रौशन ब्लाइंड मर्डर केस का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। एसडीपीओ अविनाश कुमार के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने ब्लाइंड मर्डर केस का अनुसंधान करते हुए कई चौकानेवाले खुलासे किए हैं। एसडीपीओ अविनाश कुमार ने बताया कि रितिक की मौ’त अत्यधिक ब्राउन शुगर का सेवन करने से हुई थी। इस मामले में एसआईटी ने मृतक ऋतिक के दो चचेरे भाई सूरज कुमार और रोहित कुमार को भी गिरफ्तार किया है।
अंतरराज्यीय ड्रग माफिया गिरोह से जुड़ा
सदर थाना में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि मृतक रितिक अपने दो चचेरे भाइयों सूरज कुमार और रोहित कुमार के साथ झारखंड-बिहार समेत अंतरराज्यीय ड्रग माफिया गिरोह से जुड़ा था। उन्होंने बताया कि ये लोग नियमित रूप से ब्राउन शुगर व अन्य मादक पदार्थों का सेवन करने के साथ-साथ उसकी तस्करी भी विभिन्न राज्यों के सफेदपोशों को करते थे। इसी दौरान विगत 14 मई की रात को अत्यधिक ब्राउन शुगर का सेवन करने के कारण रितिक की मौ’त हो गई थी। जिस दिन रितिक की मौत हुई थी उस दौरान गिरफ्तार उसके दोनों चचेरे भाइयों ने भी उसके साथ ब्राउन शुगर का ओवरडोज सेवन किया था।
जांच के दौरान कई ऐसे तथ्य सामने
एसडीपीओ ने बताया कि सदर थाना प्रभारी मनोहर करमाली, एसआई मनोज कुमार पाल, सिकंदर सिंकू, विकास पासवान व तकनीकी शाखा समेत सशस्त्र बल के जवानों के द्वारा प्रोफेशनल तरीके से मामले का अनुसंधान कर ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा किया गया है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान कई ऐसे तथ्य सामने आए हैं जिससे यह स्पष्ट हुआ है कि ऋतिक व उसके दो अन्य भाइयों के अलावे गिरोह में शामिल अन्य तस्करों और माफियाओं के द्वारा ब्राउन शुगर की नियमित तस्करी की जा रही थी। रितिक व गिरफ्तार दोनों भाइयों के बैंक हाथों के माध्यम से भी ब्राउन शुगर की तस्करी और खरीद बिक्री के खुलासे हुए हैं। इस बाबत एसआईटी ने मृतक व गिरफ्तार आरोपियों के बैंक खातों का ट्रांजैक्शन और सीडीआर भी निकाला है। जल्द ही गिरोह में शामिल अन्य फरार तस्करों और माफियाओं के विरुद्ध गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी।