बिहारशरीफ में 31 मार्च को रामनवमी जुलूस के दौरान हुए हिंसक घटना के बाद इसके आरोपियों पर कानून का डंडा चलना शुरू हो गया है। इस मामले में अब तक 132 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। शेष नामजद के विरुद्ध न्यायालय के आदेश पर शुक्रवार को 11 लोगों के घर इश्तिहार चिपकाया गया था। आज अहले सुबह सभी फरार आरोपी के घरों की कुर्की जब्ती की कार्रवाई शुरू कर दी गई। जो अभी तक चल रहा है। इसको लेकर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
कुर्की के डर से 3 ने किया सरेंडर
दीपनगर स्थित अयोध्या नगर में बजरंग दल के संयोजक कुंदन कुमार के घर पुलिस कुर्की की कार्रवाई करने पहुंची। कुर्की जब्ती की सूचना मिलते ही उसने अपने आप को पुलिस के हवाले कर दिया। इस मौके पर उन्होंने राजनीतिक साजिश के तहत फंसाए जाने का आरोप लगाया। कुंदन का कहना है कि जिस वक्त झड़प हुई वह वहां मौजूद नहीं था। वीडियो फुटेज की जांच कर पुलिस अगर कार्यवाई करे तो बेहतर है। उन्होंने शोभायात्रा का लाइसेंस भी जिला प्रशासन से लिया था। कुर्की के डर से तीन अन्य ने भी सरेंडर कर दिया।