बिहार में शराबबंदी लागू कर पाने की हर कोशिश एक वक्त के बाद दम तोड़ दे रही है। शराब को लेकर सरकार ने तो जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई हुई है लेकिन तस्कर हर बार नई तकनीक ढूंढ़ ही ले रहे हैं। शराब बनाने की भट्ठियां तलाशता बिहार सरकार का 60 लाख रुपए का ड्रोन कैमरा हफ्तों से गायब है और उसका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है। लेकिन इस बीच शराब तस्करों ने एक ऐसा फ्रेंगनेंस पैक ईजाद किया है, दिखने में डियो स्प्रे की तरह दिखता है। इसका खुलासा मुजफ्फरपुर के रेड लाइट एरिया में हुआ है।
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बोतल और टेट्रा पैक के बाद डियो स्प्रे पैक
दरअसल, पहले से शराब बोतलों में ही आती रही है। बिहार में शराबबंदी के बाद जब अवैध शराब का धंधा शुरू हो गया तो शुरुआत में इसकी तस्करी भी बोतलों के जरिए ही हुई। बोतल पकड़े जाने लगे तो तस्करों ने टेट्रा पैक में तस्करी शुरू कर दी। अब डियो स्प्रे पैक तस्करी का नया खिलौना है। यह खुलासा हुआ है कि मुजफ्फरपुर नगर थाने के अंतर्गत आने वाले रेड लाइट एरिया के मैना गली में। यहां पुलिस के हाथ विनोद कुमार नाम का व्यक्ति लगा, जो अपने पास एक बैग में डियो स्प्रे के 18 बोतल रखे हुए था। लेकिन पुलिस ने गौर से जांच की तो पता चला कि उसके अंदर शराब है।
लीचीगाछी से 169 बोतल बरामद
वहीं दूसरी ओर पुलिस काजी मोहम्मदपुर थाने की पुलिस ने आमगोला लीची गाछी मोहल्ला में शराब के पुराने धंधेबाज कैलाश कुमार के घर पर छापेमारी की। थानेदार दिगंबर कुमार ने बताया कि कैलाश के घर से शराब के साथ उसका पार्टनर अंकित कुमार गिरफ्तार हुआ। घर में छिपाकर रखी 169 बोतल शराब जब्त की गई। मामले में अंकित, उसके भाई लक्ष्मण और कैलाश कुमार को नामजद करते हुए एफआईआर दर्ज की गई है।