वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) में इस वर्ष आने वाले पर्यटकों के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत की जा रही है, जिसे जंगल ट्रेल कहा जा रहा है। यदि सब कुछ ठीक रहा, तो मार्च से पर्यटक इस अद्वितीय अनुभव का हिस्सा बन सकेंगे। यह ट्रेल वीटीआर के डीविजन एक क्षेत्र में विकसित की गई है, जो प्रकृति प्रेमियों और ट्रैकिंग के शौकिनों के लिए एक बेहतरीन अवसर होगा।
5.5 किलोमीटर का नया ट्रैक
जंगल ट्रेल में 5.5 किलोमीटर लंबा नया ट्रैक तैयार किया गया है, जिससे पर्यटक जंगल की प्राकृतिक सुंदरता का आंनद ले सकेंगे। इस ट्रैक के दौरान, वे पेड़-पौधे, फूल और अन्य वनस्पतियों को नजदीक से देख सकेंगे। इसके अलावा, पर्यटकों को जंगल के विविध जीव-जंतुओं और पक्षियों को भी देखने का अवसर मिलेगा, जो इस ट्रेल को और भी रोमांचक बना देगा।
सुरक्षा के इंतजाम
वीटीआर प्रशासन ने इस ट्रेल में सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा है। ट्रैकिंग के दौरान पर्यटकों के साथ एक गाइड और सुरक्षा गार्ड मौजूद होंगे, जो उन्हें मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। ट्रेल के रास्ते में पर्यटक एक ऐसे पेड़ को भी देख सकेंगे, जहां प्रतिदिन बाघ के पंजे से खरोचें देखी जाती हैं। इसके अलावा, पर्यटकों को दीमक के टीले, भालू द्वारा पेड़ पर चढ़ने के दृश्य और अन्य वन्य जीवों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
आयु सीमा और गाइड की व्यवस्था
जंगल ट्रेल में 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को अनुमति नहीं दी जाएगी, क्योंकि इस ट्रेल को पूरा करने के लिए शारीरिक रूप से स्वस्थ होना आवश्यक है। एक गाइड प्रत्येक चार पर्यटकों के लिए उपलब्ध होगा, और बड़ी समूहों के लिए अधिक गाइड की व्यवस्था की जाएगी।
जंगल ट्रेल का महत्व
जंगल ट्रेल का मुख्य उद्देश्य वन्यजीव पर्यटन को बढ़ावा देना, जागरूकता फैलाना, और पर्यावरण संरक्षण में सहायता करना है। इसमें सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की जाएगी, और आपात स्थिति में वाहन और चिकित्सीय सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।
वीटीआर में ईको-टूरिज्म के विकास की दिशा में कदम
वीटीआर प्रशासन ने पर्यटकों के लिए कई नई सुविधाएं विकसित की हैं, ताकि पर्यटकों को प्रकृति और वन्यजीवों के नजदीक जाने का बेहतरीन मौका मिले। डॉ. नेशामिण, क्षेत्र निदेशक ने बताया कि इन कदमों से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि जंगलों और उनके निवासियों की सुरक्षा और संरक्षण में भी मदद मिलेगी। यह जंगल ट्रेल पर्यटकों को प्रकृति और वन्यजीवों के संरक्षण की अहमियत को समझने और उनके प्रति जागरूक करने का एक बेहतरीन तरीका साबित होगा।