[TeamInsider]: नीरा पीने को लेकर समाज में कई तरह की भ्रांतियां हैं। कोई इसे नशीला बताता है तो कोई इसे ताड़ी कहता है। नीरा का सेवन दक्षिण भारत South India) में ही नहीं श्रीलंका (Srilanka), इंडोनिशिया (Indinesiya), थाईलैंड, कंबोडिया में भी बड़े पैमाने पर किया जाता है।
सात महीनों तक एक-एक हजार रूपये देगी
CM नीतीश कुमार ने अपने समाज सुधार अभियान के दौरान समस्तीपुर शहर के पटेल मैदान में जीविका दीदियों को संबोधित करते हुए कहा कि ताड़ी के बदले नीरा उत्पादन करने वालों को सरकार 1 लाख तक का मदद देगी। साथ हीं सात महीनों तक एक-एक हजार रूपये भी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि ताड़ के पेड़ से सुबह होने से पहले नीरा उतार लें। कर्पूरी ठाकुर ने 1977 में शराबबंदी की थी लेकिन अढ़ाई साल तक ही सरकार चली फिर शराबबंदी हटा दी गई।
सीएम नीतीश ने जीविका दीदियों को कहा कि शराब बंदी को सशक्त अभियान चलाने में मदद करें। महिलाओं के भरोसे हीं शराबबंदी की गई है वरना डर था कि कहीं शराबबंदी फेल न हो जाए. लेकिन महिलाओं, अधिकारियों और पुलिस आम लोग शराबबंदी को सफल बनाने में लगे हैं। आपको बता दें कि CM नीतीश अपनी समाज सुधार यात्रा अभियान के पांचवें पड़ाव में गुरुवार को समस्तीपुर शहर के पटेल मैदान में जीविका दीदियों को संबोधित कर रहे थे।
कुछ लोग गड़बड़ी करते ही हैं, दिया है टोल फ्री नंबर
मुख्यमंत्री ने राज्य में शुरू किये गये समाज सुधार अभियान को घर-घर पहुंचाने पर बल देते हुए कहा कि बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को दूर करना है। कुछ लोग समाज में गड़बड़ी करने वाले होते हैं। कुछ लोग सही रास्ते पर चलने वाले नहीं होते हैं। जो लोग गड़बड़ी फैलाने वाले हैं Toll free नंबर पर सूचना दें। उनका नाम गुप्त रखा जाएगा।