बिहार की राजनीति में पूर्व कृषि मंत्री और राजद विधायक सुधाकर सिंह एक बार फिर सुर्ख़ियों में हैं। उन्होंने एक विवादित बयान दिया है। भभुआ के लिच्छवी भवन पर किसान सभा को संबोधित करते हुए सुधाकर सिंह ने सरकार और अधिकारियों पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने लोगों से कहा था कि कलेक्टर के मुंह पर और अधिकारियों को फटे हुए जूते और चप्पलों की माला पहनाने पर कोई धारा नहीं लगेगी। जिसके बाद अब जेडीयू एमएलएसी खालिद अनवर ने उन पर हमला बोला है। खालिद अनवर ने सुधाकर सिंह को मानसिक बीमारी का शिकार बताया है।
“मानसिक रूप से बीमार हैं सुधाकर सिंह”
जदयू एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि लोकतंत्र में जनता मालिक है, और अधिकारी सेवक हैं, अधिकारियों से संयमित तरीके से बात करने की जरूरत है। साथ ही उन्होने कहा कि बिहार सरकार किसानों के हित में बेहतर काम कर ही है। उन्होंने सुधाकर सिंह को मानसिक रूप से बीमार बताया है। बता दें कि सुधाकर सिंह भभुआ के लिच्छवी भवन पर किसान सभा को संबोधित कर रहे थे । मंच पर किसान नेता राकेश टिकैत भी मौजूद थे। इस दौरान सुधाकर सिंह ने कहा कि 100 लोग मिलकर कलेक्टर के मुंह पर थूक देंगे तो कलेक्टर 100 लोगों पर कौन सा दफा लगाएगा? फूलों की माला की जगह अधिकारियों को फटे हुए जूते और चप्पलों की माला पहना देंगे तो कौन सा दफा लगाएगा? अधिकारी अगर इस्तीफा देकर नहीं चला गया तो कहिएगा। इन सब चीजों से आपके ऊपर कोई धारा नहीं लगेगा। वहीं अगर आंदोलन के दौरान अधिकारियों पर लाठी बरसाते हैं और उसका सर फट जाएगा तो 302 और 307 लग जाएगा। सुधाकर सिंह ने कहा कि यह गांधिवादी रास्ता है।