ओडिशा में रेल दुर्घटना पर एक बार फिर बिहार के सीएम नीतीश कुमार का बतौर सीएम कार्यकाल याद आया है। जब नीतीश कुमार रेल मंत्री हुआ करते थे, तब रेल हादसे में 291 लोगों की मौत हो गई थी। इस दुर्घटना के बाद नीतीश कुमार ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया था। अब इसी घटना को याद करते हुए जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर करारा वार किया है। उन्होंने कहा कि रेल दुर्घटना पर तो नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया था। लेकिन अब लालटेन पर लटककर सीएम बने हुए हैं।
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वाजपेयी ने किया था मना
प्रशांत किशोर ने कहा कि दो दशक पहले असम में हुए रेल हादसे पर तत्कालीन रेल मंत्री नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया था। 291 लोगों की मौत के बाद नीतीश कुमार ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया था। हालांकि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी उन्हें इस्तीफा देने से मना कर रहे थे। लेकिन नीतीश कुमार अब बदल गए हैं। ये वही नीतीश कुमार हैं जो 2020 के विधानसभा के चुनाव में चुनाव हार गए हैं। 243 विधायकों वाली बिहार विधानसभा में जेडीयू के सिर्फ 40-42 विधायक जीते हैं। इसके बावजूद सीएम बने हुए हैं।
नीतश कुमार पर हमला करते हुए प्रशांत ने कहा कि चुनावी हार के बाद भी कोई न कोई जुगत लगाकर नीतीश कुमार सीएम बने हुए हैं। कभी भाजपा का पैर पकड़कर तो तो कभी लालटेन पर लटककर नीतीश कुमार किसी न किसी तरह से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर चिपके हुए हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि तो प्रशासक के तौर पर नीतीश कुमार अब वो व्यक्ति नहीं हैं जो जिम्मेदारी लेता था। और न ही राजनेता के तौर पर नीतीश वो व्यक्ति हैं, जो नैतिकता का पालन करता हो। नीतीश कुमार आज कोई न कोई जुगाड़ लगाकर सीएम की कुर्सी से चिपके रहना चाहते हैं।