बिहार की सियासी खिचड़ी गर्म आंच पर चढ़ गई है। जिसमें आरोप-प्रत्यारोप का छौंका भी लग रहा है। दरअसल महागठबंधन में टूट के बाद से ही ये स्थिति बनी हुई है। जीतन राम मांझी की पार्टी हम ने महागठबंधन से किनारा कर लिया है। जिसके बाद आज नीतीश कुमार ने भी जमकर जीतन राम मांझी को खरी -खोटी सुनाई। नीतीश कुमार ने मांझी को भाजपा का जासूस तक बता दिया। जीतन राम मांझी ने भी इसका करारा जवाब दिया है। उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव को लॉलीपॉप दिखाने का काम कर रहे है। एक बार फिर से नीतीश कुमार भाजपा के साथ मिल कर सरकार बन बनाएंगे।
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“मांझी के जाने से फर्क नहीं पड़ता”
दरअसल जीतन राम मांझी ने आरोप लगाया था कि उनकी पार्टी का जदयू में विलय करने का दबाव बनाया जा रहा था। इस वजह से वो महागठबंधन की राह से अलग हो गए। ये बात आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी माना कि उन्होंने विलय की बात कि थी। साथ ही नीतीश कुमार ने ये भी कह दिया कि जीतन राम मांझी के जाने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है। हमलोग 23 तारीख को मीटिंग करेंगे और अगर यह लोग उस मीटिंग में अंदर होता तो जो कुछ भी वहां तय होता ये भाजपा वाला को बता देता, इसीलिए हमने उनसे कहा कि या तो आप मर्ज करिए या अलग हो जाइए। इस बयान के बाद जीतन राम मांझी भी भड़के हुए नजर आ रहे हैं। वो नीतीश कुमार की भाजपा के साथ रिश्तों को उजागर करने में लगे हैं।
“तेजस्वी को लॉलीपॉप दिखा रहे नीतीश”
जीतन राम मांझी ने कहा कि हमारी पार्टी इसलिए अलग हुई की नीतीश कुमार जी कुर्सी कुमार है। उन्होंने कहा कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि तेजस्वी को मुख्यमंत्री कभी नहीं मुख्यमंत्री बनने देंगे। वे खुद मुख्यमंत्री बनने के लिए भाजपा के साथ जाकर मुख्यमंत्री बन जाएंगे लेकिन तेजस्वी को कभी मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगे। नीतीश कुमार तेजस्वी यादव को सिर्फ लॉलीपॉप दिखा रहे हैं। इसके साथ ही भाजपा का जासूस बताए जाने को लेकर भी जीतन राम मांझी ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यदि नीतीश कुमार के पास मेरे भाजपा से मिले होने के सबूत हैं तो दिखाएं।