इन दिनों HAM के संरक्षक जीतन राम मांझी इनदिनों सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। सदन में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी के लिए किया है उसको लेकर बिहार की राजनीति गर्म है। जीतन राम मांझी लगातार नीतीश कुमार पर दलितों के आपमान करने का आरोप लगा रहे है। वही अब मांझी के खिलाफ नीतीश कुमार के मंत्री ने भी मोर्चा संभाल लिया है। महादलित समाज से आने वाले बिहार अनुसूचित जाति, जनताजि, कल्याण विभाग के मंत्री रत्नेश सदा ने मांझी को मुसहर के नाम पे कलंक बताया है।
“मुसहर समाज के साथ छल कर रहे मांझी”
मंत्री रत्नेश सदा ने कहा कि जीतनराम मांझी अब बीजेपी के चंगुल में फंसे हुए हैं और उन्हें अपना दिमाग नहीं है। रत्नेश सदा ने यहां तक कह दिया कि बिहार के मुसहर समाज के लिए जीतनराम मांझी कलंक है। मंगलवार को खगड़िया पहुंचे रत्नेश सदा ने पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान ये बातें कहीं। एक सवाल के जवाब में जीतनराम मांझी को लेकर मंत्री ने कहा कि 1980 से लेकर अभी तक मुसहर के लिए जीतनराम मांझी ने एक इंच जमीन की बात नहीं की। मुसहर समाज के लिए भलाई की बात नहीं की। मुसहर के साथ छल कर रहे हैं।
“नीतीश कुमार ने गरीबों के हित के लिए किया काम”
रत्नेश सदा ने कहा कि बिहार में कराए गए जाति आधारित गणना जनहित में हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने द्वारा किया गया प्रयास गरीबों के हितों वाला होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा करवाए गए गणना के कारण आज इन गरीबों का समुचित विकास होगा। इसी कड़ी में एससी एसटी में सबसे अधिक गरीबी मुसहर समाज में है। इसके लिए आरक्षण का लाभ दिया जाएगा। जमीन खरीदने के लिए एक लाख रूपए व सीएम विशेष इंदिरा आवास योजना के तहत भी राशि दी जाएगी।