बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या में इजाफा हुआ है। पिछले 10 सालों में 7 गुणा टाइगर की संख्या बढ़ी है। साल 2023 के रिपोर्ट के मुताबिक वीटीआर में कुल 54 टाइगर हैं। वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि यहां टाइगर की संख्या अच्छी बढ़ी है। कैमरे में भी कैप्चर किए गए हैं। वीटीआर की कुल कैपेसिटी 47 है। यहां क्षमता से 7 अधिक टाइगर हो गए हैं। जिसे कैमूर शिफ्ट किया जाएगा। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 10.49 करोड़ रुपए वीटीआर पर खर्च किए जाएंगे।
बिहार में वन आच्छादन क्षेत्र बढ़ाने के लिए इस साल 4 करोड़ 68 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया है। मंत्री प्रेम कुमार ने बताया कि लक्ष्य के विरुद्ध अभी तक 3.54 करोड़ पेड़ लगा दिए गए हैं। साल 2028 तक 20 करोड़ पेड़ लगाए जाएंगे। कुल क्षेत्रफल का 15 फीसदी जमीन पौधों से आच्छादित है। चौथी कृषि रोड मैप में इसे बढ़ाकर 17 फीसदी तक पहुंचाना है।
उन्होंने आगे कहा कि सरकार का ईको टूरिज्म पर जोर है। राजगीर में इस साल ईको ट्यूरिज्म को देखने के लिए पांच लाख लोग पहुंचे हैं। राजगीर के बाद ककोलत और कैमूर में मां मुंडेश्वरी पार्क को डेवलप किया जा रहा है। यहीं नहीं रोहतास में वाटर फॉलको भी विकिसत किया जा रहा है। हर जिले में आई-कोनिक पार्क बनाए जाएंगे। राज्य सरकार घड़ियाल और मेंढक को संरक्षित करेगी। इनकी कई प्रजातियां बिहार में है। अररिया में मेंढक संरक्षण केंद्र बनाने जा रहे हैं। जबकि घड़ियाल संरक्षण के लिए बेतिया में काम चल रहा है।