[Team insider] झारखंड में फिर एक बार नक्सलियों(Naxal) ने धमक दिखाना शुरू कर दिया है। हाल ही में हुए दो बड़ी घटनाओं के बाद फिर से अपनी मौजूदगी नक्सलियों ने पेश की है। हालांकि हाल के दिनों में कई बड़े नक्सली या तो आत्मसमर्पण(surrender) किए हैं या पकड़े गए हैं। इसके बावजूद भी झारखंड में नक्सली वारदात कम नहीं हो रहे हैं। एक करोड़ के इनामी राशि वाले नक्सली प्रशांत बोस (Prashant Bose) की गिरफ्तारी के बाद से नक्सलियों ने जवाबी कार्रवाई तेज कर दी है।
दर्जन भर हाइवा को किया आग के हवाले
शुक्रवार की रात करीब गुमला जिले नक्सलियों ने उत्पात मचाया। जिले के गुरादारी थाना क्षेत्र के कुंजामपाट स्थित बॉक्साइट माइंस 4 नंबर में हथियारबंद नक्सलियों के दस्ते ने बॉक्साइट ढुलाई में लगे दर्जन भर हाइवा को आग के हवाले कर दिया है। हथियारबंद नक्सली बॉक्साइट माइंस पहुंचकर मजदूरों के साथ मारपीट भी की और गोलीबारी भी की। माइंस के अधिकारियों ने बताया कि तकरीबन ₹11करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ है।
पूर्व विधायक के दो बॉडीगार्ड की हत्या
4 जनवरी को पूर्व विधायक गुरुचरण नायक गोइलकेरा थाना अंतर्गत प्रोजेक्ट स्कूल झीलरुवां में खेलकूद प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल होने गए थे। उसी दौरान माओवादियों ने हमला कर दिया। जिसमें इस वह बाल-बाल बच गए। लेकिन पूर्व विधायक के दो बॉडीगार्ड की हत्या कर दी गई। जबकि एक बॉडीगार्ड किसी तरह जान बचाकर वहां से भाग निकला। वहीं नक्सलियों ने तीनों बॉडीगार्ड के हथियार भी छीन लिए।
पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़
12 दिसंबर को लोहरदगा जिले के सेरेंगदाग थाना क्षेत्र में पुलिस और प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमे दोनों ओर से घंटो तक गोलियां चलीं। हंलाकि किसी भी तरफ से कोई नुकसान नहीं हुआ।
15 लाख रुपये के इनामी नक्सली मारा गया
15 जुलाई को गुमला के कुरुमगढ़ थाना क्षेत्र के मड़वा-केरागानी जंगल में सर्च अभियान पर निकले सुरक्षा बलों और नक्सलियों मुठभेड़ में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा-माओवादी का एक सदस्य मारा गया। जिसकी पहचान 15 लाख रुपये के इनामी नक्सली बुद्धेश्वर उरांव के तौर पर हुई थी। बुद्धेश्वर उरांव नक्सली संगठन भाकपा-माओवादी का रिजनल कमेटी का सदस्य था। उसके पास से पुलिस ने हथियार और कारतूस भी बरामद किया था।
नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को बनाया निशाना
4 मार्च को नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाया है। नक्सलियों ने सुरक्षा बल को नुकसान पहुंचाने के लिए लगाए गए आईईडी को ब्लास्ट कराया। जिसमें तीन जवान शहीद हो गए हैं और 2 जवान बुरी तरह से जख्मी हो गये थे।
2 सालों में 50 से ज्यादा वाहनों को किया आग के हवाले
एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 2 सालों में अलग-नक्सली संगठनों के द्वारा 50 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया है। साल 2020 में 16 और साल में 2021 में नवंबर महीने तक 07 वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। इसके अलावा इन 23 महीनों के दौरान कुल 28 नक्सली हमले की घटनाएं हुई है। किडनैपिंग के 06, आईईडी ब्लास्ट की 20 और पुलिस पर हमला करने की कुल 05 घटनाएं हुई है।
मुखबिरी के आरोप लगा कर बना रहे हैं निशाना
पिछले 24 महीने के दौरान राज्य में सक्रिय अलग-अलग नक्सली संगठनों के द्वारा 40 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी गई है। झारखंड पुलिस मुख्यालय के आंकड़े के अनुसार साल 2020 में 26 लोगों की हत्या कर दी गई। वहीं, साल 2021 में लगभग 15 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी गई थी। झारखंड पुलिस लगातार नक्सलियों पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है, लेकिन इसके बावजूद लगातार नक्सली ग्रमीण लोगों मुखबिरी के आरोप में निशाना बना रहे हैं।
विपक्ष ने बोला हमला
राज्य में हुए इन नक्सली हमले के बाद भाजपा विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सूबे के मुखिया हेमंत सोरेन पर हमला बोला। और कहा कि हेमंत सोरेन के सरकार में यहां की जनता कभी अमन चैन से नहीं रह सकती है। हेमंत सोरेन नक्सलियों से घिरे हुए हैं या डरे हुए हैं।